चांपा. जय मां वैष्णो देवी यात्रा सेवा समिति के जरिए यात्रा में नौ यात्रियों को ट्रेन से उतारे जाने का मामला पूरी तरह गरमा गया है। दैनिक नवीन कदम में खबर प्रकाशन के बाद समिति के सदस्य तिलमिला गए हैं। हालांकि कन्या भोज कार्यक्रम के बाद बुधवार को मामले का निपटारा हो गया था, लेकिन समिति सदस्य द्वारा किए जा रहे अनावश्यक टिप्पणी से दूसरे पक्ष के लोगों में नाराजगी है। वहीं समिति के लोगों ने इसे आपसी मामला बताकर रफा-दफा कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीते वर्षों की तरह इस बार भी जय मां वैष्णो देवी यात्रा सेवा समिति द्वारा शिरडी, हरिद्वार व वैष्णो देवी की यात्रा निकाली गई थी। यात्रा में विधायक मोतीलाल देवांगन के कार्यकर्ता व पार्षद हरदेव देवांगन सहित अन्य लोग भी गए थे। यात्रा के दौरान ट्रेन में कई यात्रियों के द्वारा शराब पीने की शिकायत मिल रही थी, लेकिन उन्हें समझाकर छोड़ दिया जाता था। वहीं सिर्फ इन्ही नौ लोगों को ट्रेन से उतार दिया गया। बताया जाता है कि एक साजिश के तहत पार्षद हरदेव सहित नौ लोगों का नाम एक कागज में लिखकर दिया गया था, जिसके आधार पर उन्हें उतारा गया। समिति सदस्यों का कहना है कि नौ यात्रियों की उतरने की खबर उन्हें नही थी। दो घंटे के बाद उनको पता चला। नाराजगी इस बात की है कि समिति के सदस्यों द्वारा न तो उनसे सम्पर्क किया गया और न ही उनका हालचाल जानना उचित समझा गया। यात्रा के बीच में स्पेशल ट्रेन से उतारे गए वे नौ यात्री जैसे-तैसे अपनी व्यवस्था से वापस चांपा पहुंचे।
वापसी के बाद समिति के सदस्य व भाजपा पार्षद कृष्णा देवांगन द्वारा उनके खिलाफ अनावश्यक टिप्पणी किया जाना पार्षद हरदेव सहित अन्य को नागवार गुजरी, तब उन्होंने बुधवार को कन्या पूजन के बाद गौशाला जाकर इस अनावश्यक टिप्पणी का विरोध किया। बताया जा रहा है कि उन नौ यात्रियों और समिति के बीच आपस में बैठक हुई, जिसमें समिति और इनके द्वारा माफी मांगा गया। बात तो तब सही होती जब कृष्णा देवांगन द्वारा अनावश्यक टिप्पणी किए जाने की बात को लेकर समिति द्वारा कोई कदम उठाया गया होता। उल्टा समिति ने उस बात को दकिनार करते हुए आप लोगो की आपसी रंजिश कहकर बात को टाल दिया। इससे संभावना है कि आगे भी इस मसले को लेकर नगर की राजनीति गरमाएगी।

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