जांजगीर-चांपा. तपती धूप के मद्देनजर छग शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने जहां ग्रीष्मकाल में विद्यालयों के संचालन समय में परिवर्तन किया है। वहीं केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर में अभी भी पूर्व निर्धारित समय पर ही सभी कक्षाएं संचालित हो रही है। इस वजह से यहां अध्ययनरत विद्यार्थी परेशान हैं। इधर, विद्यालय में गठित पालक-शिक्षक संघ ने स्कूल संचालन के समय में परिवर्तन की मांग को लेकर केन्द्रीय विद्यालय संगठन के क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के शिक्षा विभाग से जारी फरमान के अनुसार, एक पाली में संचालित सभी शालाएं सुबह 7 बजे से सुबह 11 बजे तक लगेंगी। ऐसी शालाएं जहां कक्षाएं दो पालियों में संचालित होती है, वहां कनिष्ठ स्तर की कक्षाएंं सुबह 7 से 11 बजे तक एवं उच्चस्तर की कक्षाएं सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित होगी। वहीं प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक की परीक्षाएं पूर्व निर्धारित समयानुसार आयोजित होगी। राज्य सरकार के इस फरमान का असर केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर में नहीं दिख रहा है। यहां अभी भी कक्षाएं पूर्व निर्धारित समय पर ही संचालित हो रही है। आपको बता दें कि अप्रैल माह की शुरूआत से ही जिले में प्रचंड गर्मी पडऩे लगी है। सुबह 10 बजे के बाद से घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दूसरी ओर, केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर में कक्षा पहली से नवमीं तक की कक्षाएं पूर्व निर्धारित समय आठ बजे से दोपहर 2.40 बजे तक ही संचालित हो रही हैं। खास बात यह है कि स्कूल संचालन की समयावधि में फेरबदल करने का अधिकार प्राचार्य को है। बशर्ते इस संबंध में कलेक्टर एवं क्षेत्रीय अधिकारी से अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर के प्राचार्य द्वारा मनमानी करते हुए पूर्व निर्धारित समय पर ही कक्षाएं संचालित की जा रही है। बताया जा रहा है कि विद्यालय में गठित पालक-शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने सप्ताह भर पहले प्राचार्य से इस संबंध में चर्चा कर उचित पहल करने का आग्रह किया था, तब प्राचार्य ने संघ की ओर से एक पत्र लिखे जाने के बाद कलेक्टर से चर्चा कर विद्यालय के संचालन के समय में बदलाव करने की बात कही थी। प्राचार्य के कहने पर संघ ने उनके नाम पत्र भी लिख दिया, लेकिन प्राचार्य ने कोई पहल नहीं की। ऐसे में संघ के पदाधिकारियों ने अब केन्द्रीय विद्यालय संगठन के क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखकर विद्यालय संचालन के समय में फेरबदल की मांग की है। साथ ही प्राचार्य की मनमानी पर रोक लगाने का आग्रह किया है।
प्राचार्य को पूरा अधिकार
बताया जा रहा है कि ग्रीष्मकाल के दौरान विद्यालय संचालन की अवधि में फेरबदल का पूरा अधिकार प्राचार्य को है। प्राचार्य इस संबंध में कलेक्टर एवं क्षेत्रीय अधिकारी से नोटशीट में अनुमोदन लेकर आवश्यक कार्यवाही कर सकते हैं। पूर्व के वर्षांे में तत्कालीन प्राचार्यों द्वारा ग्रीष्मकाल के दौरान विद्यालय संचालन के समय में फेरबदल भी किया गया था, लेकिन मौजूदा प्राचार्य द्वारा इस मसले पर उचित पहल नहीं की जा रही है, जिससे अभिभावकों में रोष है।
गुमराह करने का आरोप
केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर के प्राचार्य पर पालक-शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को गुमराह करने का आरोप भी लग रहा है। संघ के पदाधिकारियों का आरोप है कि इस संबंध में जब प्राचार्य से चर्चा की गई तो उन्होंने संघ की ओर से एक पत्र प्राप्त कर त्वरित पहल करने का आश्वासन दिया। प्राचार्य के कहने पर संघ की ओर से जब उन्हें पत्र प्रेषित किया गया तो अब वे क्षेत्रीय कार्यालय से इस संबंध में किसी तरह का आदेश नहीं मिलने की बात कहकर संघ के पदाधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं।
नहीं मिला है कोई आदेश
विद्यालय संचालन के समय में फेरबदल किए जाने का कोई आदेश फिलहाल हमें नहीं मिला है। क्षेत्रीय कार्यालय से आदेश मिलने के बाद कलेक्टर से चर्चा कर समय में बदलाव किया जाएगा।
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