जांजगीर-चांपा. प्रदेशव्यापी
विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जिले के विकासखण्ड
मुख्यालय पामगढ़ में विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए दो महत्वपूर्ण घोषणाएं
की। उन्होंने ग्राम पंचायत पामगढ़ को नगर पंचायत का दर्जा प्रदान करने की
घोषणा करते हुए छत्तीसगढ़ के 10 हजार से अधिक आबादी वाले सभी ग्राम पंचायतों
को नगर पंचायत का दर्जा प्रदान करने का ऐलान किया। वहीं उनके द्वारा
शिवरीनारायण को तहसील का दर्जा प्रदान करने की घोषणा भी की गई।
मुख्यमंत्री
डॉ. सिंह ने पामगढ़ में आयोजित आमसभा में 124 करोड़ 41 लाख 25 हजार
रूपये के विभिन्न 42 विकास कार्यो के लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इनमें
707 करोड़ 84 लाख रूपए के 15 विकास कार्यों का लोकार्पण और 117 करोड़ 33 लाख
41 हजार रूपए के 27 विकास कार्यो का शिलान्यास शामिल है। पामगढ़ आमसभा में
36 हजार 729 हितग्राहियों को बोनस, आबादी पट्टा, औजार, सायकल और अन्य
विभागों द्वारा चेक व सामग्री वितरण किया गया। कार्यक्रम में 25 हजार 947
किसानों को 39 करोड़ 17 लाख रूपये का बोनस, 5004 हितग्राहियों को
मुख्यमंत्री आबादी पट्टा, 5750 श्रमिकों को औजार, सुरक्षा उपकरण और सायकल
प्रदान किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा 28 दिव्यंागों को मोटराईज्ड
ट्रायसायकल दिया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल,
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री अजय
चन्द्राकर, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत,
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, वनौषधि पादप
बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि
तथा ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ.
सिंह ने पामगढ़ के आमसभा में संबोधित करते हुए कहा कि जांजगीर-चांपा जिला
पलायन से मुक्त होकर छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक सिंचित जिला बन चुका हैै, जो
विकास को दर्शाता है। आगामी 4 माह के भीतर जिले के सभी मजरा-टोला में बिजली
पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा कि जांजगीर-चांपा जिला सदियों से ही धार्मिक
तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है और इसकी सामाजिक समरसता के
रूप में विशिष्ट पहचान है। उन्होंने बताया कि जांजगीर-चांपा जिला में पहले
रोजगार के अभाव में सबसे अधिक पलायन होता था, परन्तु आज यहां की स्थिति मंे
कॉफी बदलाव आए हैं। प्रदेश के साथ-साथ यहां सरकार द्वारा चलाये जा रहे
कौशल उन्नयन कार्यक्रम आदि योजनाओं की वजह से पलायन थम गया है और इसकी
पहचान अब प्रदेश के सर्वाधिक सिंचित जिले में होने लगी है। इससे कृषक
बाहुल्य जांजगीर-चांपा जिले में लोगों को साल भर खेती-किसानी तथा बहुफसली
उत्पादन से अच्छी आमदनी होने लगी है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने
कार्यक्रम में लोगों की उन्नति के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न
कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे मंे विस्तार से बताया और लोगों को उसका
अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीब हो
चाहे अमीर हो, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना के तहत प्रत्येक
स्मार्ट कार्डधारी को 50 हजार रूपये तक निःशुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध
कराई जा रही है। इसी तरह उन्होंने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र किया और
बताया कि इसके तहत अब गरीब परिवार को सालाना 5 लाख रूपये तक ईलाज सुविधा
प्रदान की जाएगी। इसमें छत्तीसगढ़ के 37 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना तथा सौभाग्य योजना आदि कार्यक्रमों
के बारे में भी बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता
में गांव, गरीब, किसान, अनुसूचित जाति-जनजाति और महिलाएं, बच्चे इत्यादि
सभी शामिल हैं।
सभी लोगों के उन्नति के लिए योजनाएं बनाकर उनके विकास के
कार्य किये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि आज पामगढ़ के
आमसभा में लोकार्पित हुए 5 प्रमुख कार्याे में कुटीघाट शासकीय उच्चतर
माध्यमिक शाला भवन लागत एक करोड़ 45 लाख 68 हजार रूपये, शिवरीनारायण शासकीय
उच्चतर माध्यमिक शाला भवन लागत एक करोड़ 45 लाख 68 हजार रूपये, खरौद शासकीय
उच्चतर माध्यमिक शाला भवन लागत 95 लाख 35 हजार रूपये, पामगढ़ शासकीय उच्चतर
माध्यमिक शाला भवन 95 लाख 35 हजार रूपये और पामगढ़ में मिनी स्टेडियम लागत
51 लाख 24 हजार रूपये इत्यादि कार्य शामिल हैं। शिलान्यास हुए प्रमुख 5
विकास कार्यो में पामगढ़-भिलौनी-ससहा- सोनसरी-जोंधरा-लाहौद कुल 30.997
किलोमीटर लागत 94 करोड़ 32 लाख रूपये, शिवरीनारायण-खरौद-2.20 किलोमीटर लागत
पांच करोड़ 20 लाख 86 हजार रूपये, केरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन
लागत दो करोड़ 22 लाख 32 हजार रूपये, पकरिया-कोड़ाभाट मार्ग 3 किलोमीटर लागत
एक करोड़ 97 लाख 46 हजा रूपये और व्यासनगर-मुलमुला मार्ग 2.60 किलोमीटर लागत
एक करोड़ 66 लाख 65 हजार रूपये का विकास कार्य शामिल हैं।
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