
उल्लेखनीय है कि नए वित्तीय वर्ष की शुरूआत के साथ जिले सहित समूचे प्रदेश में सरकारी शराब दुकानों का संचालन शुरू हो गया है। सरकार शराब दुकानों का संचालन प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारियों के साथ सुरक्षा बल के दम पर कर रही है, जिसका जगह-जगह विरोध हो रहा है।
कुछ ऐसा ही मामला नगर पंचायत डभरा का भी है। यहां सार्वजनिक स्थल पर शराब दुकान प्रारंभ किया गया है, जिसके विरोध में नगर की महिलाएं एकजुट होकर शनिवार की सुबह से ही धरने पर बैठ गई हैं। तेज धूप होने के बाद भी महिलाओं का धरना-प्रदर्शन अनवरत जारी है। बताया जा रहा है कि धरना शुरू हुए करीब पांच घंटे बीत चुके हैं, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अफसर मौके पर नहीं पहुंचे हैं।
धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि शासन-प्रशासन ने जनहित की अनदेखी करते हुए महाविद्यालय मार्ग में शराब दुकान खोलकर शराब की बिक्री शुरू कर दी है। महिलाओं का कहना है कि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करने बाध्य होंगी।
बहरहाल, सरकारी शराब दुकान संचालन को लेकर एक ओर जहां महिलाएं लामबंद होकर जगह-जगह आंदोलन कर रही हैं। वहीं कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी सरकार की नई शराब नीति का विरोध करते हुए आंदोलन कर रहे हैं।
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