मंगलवार, 23 मई 2017

ऐसा क्या हुआ कि अकलतरा विधायक चुन्नीलाल बोले-मुझे बदनाम करने रची जा रही गहरी साजिश

जांजगीर-चांपा. सोशल मीडिया पर मंगलवार की सुबह से चल रहे एक विवादास्पद वीडियो ने जिले में तहलका मचा दिया है। उस वीडियो में अकलतरा विधायक जैसी कद-काठी का व्यक्ति किसी मुद्दे को लेकर एक साधु से बहस करते नजर आ रहा है, लेकिन वाट्सएप के जरिए लोगों तक भेजे जा रहे वीडियो और मैसेज में अकलतरा विधायक को ही उस साधु से गाली-गलौज करना बताया जा रहा है। विधायक चुन्नीलाल साहू का कहना है कि इस वीडियो के जरिए उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने वे अपने अधिवक्ता से सलाह-मशवरा कर रहे हैं। जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

वाट्सएप पर वायरल वीडियो से निकाली गई तस्वीर
दरअसल, मंगलवार की सुबह करीब 10.37 बजे सोशल मीडिया वाट्सएप के एक न्यूज ग्रुप में राजू खान नामक व्यक्ति द्वारा एक मैसेज पोस्ट किया गया, जिसमें कहा गया है कि ‘अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू की बदसुलूकी, एक बाबा से किया गाली-गलौच, मामला बलौदा थाने का’। इस पोस्ट को देखकर विधायक साहू ने करीब एक घंटे बाद 11.35 बजे जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘ये बाबा कौन हैं और मैंने क्या बदसुलूकी की है, मुझे भी कुछ जानकारी दे दें’। इसके 15 मिनट बाद ही एक पत्रकार ने एक वीडियो पोस्ट की। दो मिनट 50 सेकेंड की उस वीडियो में अकलतरा विधायक साहू जैसी कद-काठी के एक व्यक्ति और एक साधु के बीच बहस होते दिखाया गया। सोशल मीडिया वाट्सएप पर जैसे ही वीडियो वायरल हुई, उसके बाद भूचाल आ गया। मीडियाकर्मियों ने वाट्सएप ग्रुप में ही विधायक साहू से कई सवाल किए, जिसके जवाब में उन्होंने बताया कि घटना वैसी नहीं है, जैसी सोशल मीडिया पर प्रचारित की जा रही है। असल बात कुछ और है, जिसे सामने न लाकर उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। विधायक साहू ने कहा कि बीते 20 मई को ग्राम झपेली में एक साधु से उनकी किसी बात को लेकर बातचीत जरूर हुई है, परन्तु उन्होंने कोई गाली-गलौज नहीं किया है। इस मामले को लेकर सुबह 11.35 बजे से वाट्सएप गु्रप में शुरू हुआ चर्चाओं का दौर दोपहर करीब एक बजे तक लगातार जारी रहा। इस बीच विधायक साहू ने कहा कि क्षेत्र सहित समूचे जिले में उनकी खासी लोकप्रियता है।  संभवत: इसी वजह से कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस मसले को लेकर वे अपने अधिवक्ता से सलाह-मशवरा कर रहे हैं। जल्द ही संबंधितों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

वीडियो में अस्पष्ट कर दिया गया है चेहरा

सोशल मीडिया वाट्सएप के न्यूज ग्रुप में दो मिनट 50 सेकेंड की जो वीडियो शेयर की गई है, उसमें विधायक साहू के कद-काठी का एक व्यक्ति कुर्ता-पजामा पहना हुआ है, लेकिन वीडियो में उस व्यक्ति का चेहरा अस्पष्ट है। वीडियो में साधु और कुर्ता-पजामा पहले उस व्यक्ति के बीच बहस तो हो रही है, लेकिन गाली-गलौज सुनाई नहीं दे रहा है। दिलचस्प बात यह है कि विधायक साहू के अनुसार, ग्राम झपेली में हुई घटना 20 मई की है, जबकि इस वीडियो को तीन दिन बाद यानि 23 मई को वाट्सएप पर शेयर किया गया है। ऐसे और भी कई सवाल हैं, जिनका खुलासा उस वीडियो की जांच-पड़ताल के बाद ही हो सकता है। फिलहाल, इस वीडियो ने जिले की ठंडी पड़ चुकी राजनीति में भूचाल जरूर ला दिया है।

विधायक के अनुसार यह है पूरा मामला

अकलतरा विधायक साहू ने बताया कि बलौदा ब्लॉक के ग्राम झपेली पंचायत के हनुमान कुटीर के पास की यह घटना 20 मई की है। मामला बदसलूकी का नहीं, बल्कि ग्राम भिलाई निवासी एक गरीब पुजारी मनोहरगिर के साथ हुए अन्याय का है। मनोहर हनुमान मंदिर का पुजारी है और मंदिर परिसर एक झोपड़ीनुमा घर में अपने पत्नी के साथ निवास करता था। कुछ दिन पहले वहां वीडियो में नजर आ रहे बाबा ने यज्ञ का आयोजन कराया था। यज्ञ समापन के बाद बाबा ने उसी हनुमान कुटीर के पास डेरा डाल दिया। कुछ स्थानीय लोगों की शह पर मंदिर के पुजारी को गाली-गलौज और धमकी देकर उसके मकान से बाहर निकाल कर उसके मकान पर कब्जा कर लिया गया। पुजारी मनोहरगिर ने इसकी सूचना थाना बलौदा में दी और मामला दर्ज कराया। सूचना के आधार पर मौके पर पुलिस पहुंची तो बाबा से तलवार भी बरामद हुआ। उसी दौरान वे खिसोरा से बलौदा आ रहे थे तो वहां खड़े लोगों ने इसकी सूचना दी। वे जैसे ही मौके में पहुंचे तो बाबा के तेवर और चढ़ गए और पूरे मामले में उन्हें दोषी ठहराते हुए धर्म की धमकी देने लगे। उस बाबा ने पता नहीं कौन से अखाड़े से आदमी बुलाकर धर्म सभा करने की बात कही, तब तक पूरे मामले की जानकारी नहीं थी। स्थानीय लोगों से पता करने पर पता चला कि वे बाबा उस स्थान पर कब्जा करना चाह रहे हैं, लेकिन गांव वाले इसके लिए तैयार नहीं हैं। मौके पर उपस्थित ग्राम सरपंच ने भी इस संबंध में अपना विरोध दर्ज कराया है। विधायक साहू ने कहा कि जो व्यक्ति उनके साथ बदसुलूकी कर सकता है उसने उस गरीब पुजारी के साथ क्या नहीं किया होगा, इस पूरे मामले में कुछ स्थानीय लोग भी उस बाबा का साथ दे रहे थे, जिसका विरोध किया गया तो उन्हें ही ऊंगली दिखाकर डराने का प्रयास किया गया। विधायक साहू का कहना है कि क्या धर्म की आड़ में सब कुछ सही है। अगर स्थानीय लोगों पर कोई समस्या आएगी तो वे निश्चित रूप से उनका निराकरण करने का प्रयास करेंगे, लेकिन तरीका कभी भी बदसलूकी का नहीं रहेगा।

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