गुरुवार, 22 जून 2017

चांपा के दैनिक बाजार में भी अवैध वसूली, अस्थायी दखल वसूली के नाम पर मची है लूटमार, कथित ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं होने से उठे सवाल

जांजगीर-चांपा. नगरपालिका चांपा क्षेत्र में अस्थायी दखल वसूली के नाम पर लूटमार मची हुई है। कथित ठेकेदार के गुर्गे एक ओर जहां पीआईएल रोड से गुजरने वाले चारपहिया वाहन चालकों से लूटखसोट कर रहे हैं। वहीं अब बिर्रा रोड में लगने वाले दैनिक बाजार में भी अवैध वसूली की शिकायत सामने आई है। बताया जा रहा है कि कथित ठेकेदार के गुर्गे बाजार में दुकान लगाने वाले व्यवसायियों से दबंगई करते हुए निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल रहे हैं। इसकी शिकायत भी नपा सीएमओ ज्योत्सना टोप्पो तक पहुंची है, लेकिन कथित ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है।

चांपा शहर में अस्थायी दखल के नाम पर लूटमार का खेल अप्रैल 2017 से चल रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी शिकायत सीएमओ और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों तक न पहुंची हो, बल्कि इस अवैध वसूली की शिकायत उच्चाधिकारियों तक लगातार पहुंच रही है। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। यहां बताना लाजिमी होगा कि नगरपालिका परिषद चांपा द्वारा अस्थायी दखल वसूली का ठेका नगर के ही एक व्यक्ति को दिया गया है। ‘दैनिक नवीन कदम’ को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार कथित ठेकेदार को नियम-कायदों को ध्यान में रखकर ही अस्थायी दखल के नाम पर शुल्क वसूलना है, लेकिन यहां तो सबकुछ नियम-कायदों को ताक पर रखकर किया जा रहा है। नगरपालिका क्षेत्र की सडक़ों से गुजरते चारपहिया वाहन दिखे कि उसे जबरिया रोककर अवैध वसूली करना ठेकेदार के गुर्गों की आदत बन गई है। चांपा के पीआईएल रोड सहित अन्य स्थानों पर चारपहिया वाहन चालकों से अवैध वसूली का खुला खेल तो चल रही रहा है, लेकिन अब बिर्रा रोड में लगने वाले दैनिक बाजार में भी अवैध वसूली की शिकायत सामने आई है। कुछ व्यवसायियों ने बताया कि दैनिक बाजार में वे प्रतिदिन दो-तीन घंटा दुकान लगाकर व्यवसाय करते हैं, जिसके एवज में कथित ठेकेदार के गुर्गे उनसे तीस से चालीस रुपए वसूल रहे हैं। इस अवैध वसूली को अस्थायी दखल शुल्क नाम दिया गया है। व्यवसायियों का आरोप है कि यदि वे रकम देने से आनाकानी करते हैं तो कथित ठेकेदार के गुर्गे उनके साथ मारपीट करने अमादा हो जाते हैं। बेवजह के विवाद से बचने के लिए ठेकेदार के गुर्गों से लुटना उनकी मजबूरी हो गई है। नगर में अस्थायी दखल के नाम पर खुलेआम चल रही अवैध वसूली को लेकर सीएमओ टोप्पो की कार्यप्रणाली भी संदेह के दायरे में है। सीएमओ टोप्पो स्वयं स्वीकार कर चुकी है कि उन तक मामले की शिकायत पहले भी पहुंची थी और लगातार पहुंच रही है। मगर वे जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही करने की बात कहते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडऩे की कोशिश कर रही हैं।
 

डंडे के दम पर अवैध वसूली

नगरपालिका अधिनियम के अंतर्गत अस्थायी दखल शुल्क उन्हीं लोगों से वसूला जाता है, जो शहर की सीमा में अस्थायी दुकान लगाकर व्यवसाय करते हैं। नपा चाहे तो परिषद में प्रस्ताव पारित कर अस्थायी दखल शुल्क ऐसे चारपहिया वाहन चालकों से वसूल सकती है, जो बीच सडक़ में खड़े हैं तथा यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहे हैं, लेकिन नपा चांपा क्षेत्र में तो कथित ठेकेदार के गुर्गों द्वारा डंडे के दम पर सडक़ से गुजरने वाले सभी प्रकार के चारपहिया वाहनों को रोककर अवैध वसूली की जा रही है।
 

ठेका निरस्त किए जाने की मांग

कथित ठेकेदार के आतंक से त्रस्त नगर के लोगों ने जिला प्रशासन से अस्थायी दखल ठेका निरस्त करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मसले पर उचित पहल करते हुए नए सिरे से ठेका करवाए, जिसमें अस्थायी दखल शुल्क की राशि उतनी निर्धारित की जाए, जो वाजिब हो। लोगों का यह भी कहना है कि नगरपालिका क्षेत्र से गुजरने वाले चारपहिया वाहनों को इससे मुक्त रखा जाए, क्योंकि वे पहले से ही विभिन्न विभागों को निर्धारित शुल्क अदा करते आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि चांपा के कुछ व्यापारियों ने इस संबंध में नपा अध्यक्ष राजेश अग्रवाल से चर्चा भी की है, जिस पर उन्होंने शीघ्र उचित पहल करने का आश्वासन दिया है।

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