मंगलवार, 20 जून 2017

डेरागढ़ में दबंगई के साथ हटाया गया बेजाकब्जा, प्रभावितों को पूर्व में जारी नहीं की गई कोई नोटिस

सक्ती. जनपद पंचायत सक्ती अंतर्गत ग्राम पंचायत डेरागढ़ में मंगलवार को स्वसहायता समूह की महिलाओं ने नायब तहसीलदार की उपस्थिति में दबंगई के साथ भेदभाव करते हुए बेजाकब्जा हटाया, जबकि स्वसहायता समूह की महिलाओं ने समतलीकरण के नाम से राजस्व अधिकारियों के समक्ष शिकायत प्रस्तुत की थी, लेकिन समूह की महिलाओं द्वारा लोगों के घरों के सामने में रखे हुए पत्थर की बाउण्ड्री को जबरिया तोड़ दिया गया। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत डेरागढ़ में मंगलवार को बेजाकब्जा हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान भेदभावपूर्वक कार्यवाही करते हुए कुछ लोगों के निर्माण को जबरिया ढहा दिया गया। जबकि इससे न तो शासन-प्रशासन को और न ही गांव वालों को किसी प्रकार का फायदा है। मोहल्ले में रहने वाले लोगों से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी बस्ती लगभग 40 वर्षो से बसी हुई है। समूह की महिलाओं द्वारा इस संबंध में किसी प्रकार का प्रस्ताव ग्राम पंचायत में पारित नहीं कराया गया है और न ही तहसीलदार से उन्हें नोटिस जारी हुई है। इस संबंध में नायब तहसीलदार सिदार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि खसरा नंबर 1572 की भूमि का समतलीकरण हटाने की शिकायत के संबंध में उन्हें आदेश तहसीलदार के पत्र क्रमांक/क/तह./रीडर/2017 दिनांक 30 मई 2017 के माध्यम से प्राप्त हुआ है, जिसमें आठ जून 2017 तक समतलीकरण हटाने का आदेश पातिर किया गया था। जबकि निर्धारित तिथि गुजर जाने के बाद पटवारी एवं नायब तहसीलदार के देखरेख में महिला स्वसहायता समूह द्वारा चिन्हित बेजाकब्जा को हटाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में अन्य कई स्थलों पर समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा स्वयं बेजा कब्जा किया गया है,  जिसे हटाने के लिए पटवारी एवं तहसीलदार द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। इससे यह प्रतीत होता है कि महिला स्वसहायता समूह द्वारा अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी भंजाने के लिए ग्रामीणों का बेजाकब्जा बरसात प्रारंभ होते ही हटाया जा रहा है,  जबकि शासन के निर्देशानुसार 15 जून के बाद किसी प्रकार का बेजाकब्जा लोगों से खाली नहीं कराया जाना है।  ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि कब्जा हटाने की आड़ में पटवारी एवं नायब तहसीलदार द्वारा कई इमारती लकड़ी के पेड़ों को जेसीबी मशीन से जड़ सहित उखाडक़र उनकी बलि दे दी गई है।  


सीएम के आदेश का उल्लंघन

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा अमलडीहा में लोकसुराज के दौरान कलेक्टर को सख्त निर्देश देते हुए पत्र जारी करने कहा गया था कि स्वयं मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हो, फिर भी प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार को पटवारी अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेगा, लेकिन पटवारी हल्का नंबर 19 की पटवारी गीता कंवर द्वारा मुख्यमत्री के आदेश का उल्लंघन करते हुए कुछ महिलाओं की स्वार्थपूर्ति के लिए डेरागढ़ में सोमवार एवं मंगलवार को उपस्थित रहकर लोगों का बेजाकब्जा तोड़वाया गया,  जहां नायब तहसीलदार उनके साथ थी।  


पारित नहीं हुआ कोई प्रस्ताव

ग्राम पंचायत डेरागढ़ के सरपंच रमेश बरेठ ने बताया कि महिला स्वसहायता समूह द्वारा उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई होगी, लेकिन उनके द्वारा इस तरह की कोई भी शिकायत पंचायत में नहीं की गई है। गांव से बेजाकब्जा हटाने के लिए कोई प्रस्ताव पास नहीं किया गया है न ही तहसीलदार से इस प्रकार की कोई जानकारी प्राप्त हुई है।

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