गुरुवार, 28 सितंबर 2017

जैजैपुर जनपद अध्यक्ष और सीईओ कर रहे थे गुपचुप चर्चा, बीच में पहुंच गया पत्रकार फिर हुआ जमकर बवाल

जांजगीर-चांपा. जिले के जनपद पंचायत जैजैपुर में इन दिनों मनमाना राज चल रहा है। यहां नाममात्र की महिला अध्यक्ष हैं, जबकि पूरा काम उनके पति संभालते हैं। गुरूवार को जनपद अध्यक्ष और सीईओ किसी मसले पर चुपचुप चर्चा कर रहे थे, तभी एक पत्रकार वहां पहुंच गया, जिसे देख जनपद अध्यक्ष भडक़ गई। जनपद अध्यक्ष ने उस पत्रकार को न केवल खरी-खोंटी सुनाई, बल्कि जनपद कार्यालय से भाग जाने को कहा, जिसके जवाब में पत्रकार ने भी उन्हें खरी-खोंटी सुनाई। पत्रकार के साथ जनपद अध्यक्ष द्वारा किए गए दुव्र्यवहार को लेकर जनपद कार्यालय में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान सीईओ तमाशबीन बने रहे। 

जनपद पंचायत जैजैपुर
जानकारी के अनुसार, जनपद पंचायत जैजैपुर से पेंशन की राशि आहरित किए जाने के बाद भी हितग्राहियों को नहीं बांटने की खबर एक पत्रकार ने अपने समाचार पत्र में दो दिन पहले प्रमुखता से प्रकाशित की थी। समाचार पत्र में खबर प्रकाशित होने के बाद से जनपद कार्यालय में हडक़ंप मचा हुआ था। जैजैपुर के जनपद सीईओ ने इस मामले की तुरंत जांच कराकर उचित कार्यवाही करने की बात कही थी, लेकिन इस मामले को दबाने जनपद के कुछ दलाल सक्रिय हो गए। अपने पद-प्रभाव और राजनीतिक रसूख का धौंस दिखाकर वो जनपद सीईओ से मामले में किसी तरह की कार्यवाही न करने का दबाव बनाने लगे, ताकि अपने चहेते सचिव और सरपंच को कार्यवाही से बचा सके। दूसरी ओर, जैजैपुर जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटेतरा के पेंशन हितग्राहियों ने बीते मंगलवार को जनपद कार्यालय पहुंचकर सीईओ से सरपंच और सचिव के खिलाफ वित्तीय अनियमितता की शिकायत की थी। हितग्राहियों का आरोप था कि ग्राम कोटेतरा के सरपंच और सचिव ने पेंशन की राशि आहरित तो कर ली है, लेकिन उक्त राशि हितग्राहियों को अब तक नहीं बांटी गई है। चूंकि मामला जैजैपुर विधायक केशव प्रसाद चंद्रा के मीडिया प्रभारी के गांव का होने के चलते कार्यवाही को लेकर जनपद के जिम्मेदार अधिकारी के हाथ-पांव फूलने लगे और मामले में कार्यवाही करने के बजाय वे खानापूर्ति में जुट गए। इसी मामले की जानकारी लेने के लिए उस समाचार पत्र का स्थानीय प्रतिनिधि एक बार फिर गुरूवार को जैजैपुर जनपद सीईओ के चेम्बर में पहुंचा। सीईओ के चेंबर में पहले से ही मौजूद जनपद अध्यक्ष जानकी चंद्रा, उस पत्रकार को देख भडक़ गई और खरी-खोंटी सुनाने लगी। जबकि पत्रकार उनसे सलीके से पेश आ रहा था, इसके बावजूद अध्यक्ष का तैश कम नहीं हो रहा था। ऐसे में संबंधित पत्रकार ने भी आक्रोशित होकर अध्यक्ष को खरी-खोंटी सुनाई। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ। नौबत तू-तू, मैं-मैं और गाली-गलौज तक आ गई। इन सबके बीच जनपद सीईओ चुपचाप तमाशबीन बने रहे। वे जनपद अध्यक्ष की राजनीतिक पहुंच के आगे खामोश नजर आए, जिसे लेकर जैजैपुर के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। 

जनपद सीईओ बने रहे तमाशबीन

जनपद मुख्यालय के प्रशासनिक मुखिया जनपद सीईओ होते हैं, लेकिन गुरूवार को जब संबंधित पत्रकार पेंशन राशि की खबर के मामले में जानकारी लेने सीईओ के चेम्बर में पहुंचे तो जनपद अध्यक्ष जानकी अपने रूतबे के घमंड में यह भी भूल गई कि जनपद सीईओ के कक्ष में कौन आ सकता है और कौन नहीं। उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए पत्रकार के साथ दुव्र्यवहार किया, जबकि वहां मौजूद सीईओ मूकदर्शक बनकर चुप बैठे रहे। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि जनपद के जिस प्रशासनिक मुखिया के कंधे पर 74 ग्राम पंचायतों के लोगों की जिम्मेदारी है, वे अपने दायित्वों का निर्वहन आखिर किस तरह कर रहे होंगे। 


नेताओं का चमचा है पंचायत सचिव

बताया जा रहा है कि जनपद पंचायत जैजैपुर के अंतर्गत जिस ग्राम पंचायत में पेंशन की राशि आहरित कर हितग्राहियों को नहीं बांटने का मामला सामने आया है, वहां का पंचायत सचिव लीलाधर चन्द्रा क्षेत्र के नेताओं का चमचा है। पंचायत सचिव चन्द्रा द्वारा पूर्व में भी जनपद कार्यालय के पेंशन शाखा और इंदिरा आवास योजना की देखरेख के दौरान व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई थी, जिसकी शिकायत भी हुई थी, लेकिन नेताओं के रहमो-करम के चलते पंचायत सचिव चंद्रा को अभयदान मिल गया था। उनके खिलाफ अब तक हुई शिकायतों की यदि सूक्ष्म जांच हो तो लाखों का भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है।


अध्यक्ष पति का एकछत्र राज

जनपद अध्यक्ष जानकी चंद्रा के पति सत्यनारायण चंद्रा पूर्व में दस वर्षो तक जनपद उपाध्यक्ष रह चुके हंै। वर्तमान में उनकी पत्नी जानकी जनपद अध्यक्ष है। इसी वजह से जनपद अध्यक्ष के पति सत्यनारायण का अभी तक कुर्सी का मोह नहीं गया है। वे जनपद में सीईओ के चेम्बर में बैठकर आदेश-निर्देश देते रहते हैं, जबकि उनके इस रवैये से क्षेत्र के सरपंच-सचिवों को अपने कार्य को करवाने में परेशानी और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बताया जाता है कि जनपद अध्यक्ष के पति सत्यनारायण चंद्रा पिछले वर्ष अध्यक्ष की कुर्सी में ही बैठकर आदेश-निर्देश दे रहे थे, जिसकी खबर एक समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। खबर को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन जनपद सीईओ ने उन्हें नोटिस देकर जवाब-तलब भी किया था।
 

अध्यक्ष को रहना चाहिए संयमित

गुरूवार को जिस वक्त यह घटना हुई, उस दौरान अन्य कार्यों में व्यस्त था। एक पत्रकार के साथ अध्यक्ष द्वारा अनुचित व्यवहार किया जाना गलत है। अध्यक्ष को संयमित रहकर काम करना चाहिए। साथ ही कार्यालय में ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए।

-जेपी शुक्ला, सीईओ, जनपद पंचायत जैजैपुर

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