राजेंद्र राठौर@जांजगीर-चांपा. बदहाल ब्लेकबोर्ड, जर्जर फर्श और आवश्यक संसाधनों की कमीं, यह हालात हैं प्राथमिक शाला मुड़पार के। इन सबके बावजूद यहां पदस्थ एक शिक्षिका का जोश और जुनून ऐसा कि चंद दिनों में उन्होंने इस स्कूल के शिक्षा स्तर का पूरा कायापलट कर दिया। इस स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे आज फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। विषयगत प्रश्नों का जवाब देने के साथ ही वे एकस्वर में अंग्रेजी में कविता, चुटकुला और गीत सुनाते हैं। बिना किसी झिझक प्रत्येक सवाल का जवाब देते हैं। संबंधित शिक्षिका के प्रयास से इस स्कूल में अपनाए जा रहे नवाचारों की वीडियो यूट्यूब पर बने शिक्षा ज्योति चैनल में अपलोड हो रही है। इस चैनल में अपलोड हुए शिक्षा में नवाचार के वीडियो ने पूरे देश में धूम मचा दी है। चैनल के सब्सक्राइबर लगातार बढ़ते जा रहे हैं और आज उस शिक्षिका की तारीफ चहुंओर हो रही है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं अकलतरा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मुड़पार में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला में पदस्थ अंग्रेजी विषय की शिक्षिका अर्चना शर्मा की। शिक्षिका अर्चना शर्मा ने मुड़पार स्कूल में अंग्रेजी विषय के अध्यापन को लेकर ऐसे नवाचार अपनाए हैं, जो देशभर के शिक्षकों के लिए प्रेरणादायी साबित हो रहा है। इस स्कूल में हो रहे नवाचार की वीडियो तैयार कर उसे यूट्यूब पर बने शिक्षा ज्योति चैनल में अपलोड किया जा रहा है। इस चैनल में प्रदेश के कई जिलों के स्कूलों में अपनाए गए नवाचार के वीडियो भी अपलोड हैं, लेकिन मुड़पार स्कूल में पदस्थ अंग्रेजी विषय की शिक्षिका अर्चना शर्मा के नवाचारी वीडियो ने देशभर में धूम मचा दी है। यही वजह है कि इस चैनल के सब्सक्राइबर लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश के अलावा देश के कई राज्यों के शिक्षक यूट्यूब पर अपलोड वीडियो को देख उन नवाचारों को अपने स्कूलों में अमल में ला रहे हैं।
दरअसल, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मुड़पार का शिक्षा स्तर कुछ वर्षों पहले अत्यंत दयनीय था। गांव तथा आसपास के लोग अपने बच्चों को इस स्कूल में पढ़ाने के लिए भेजना तक नहीं चाहते थे। करीब दो साल पहले अंग्रेजी विषय की शिक्षिका अर्चना शर्मा की जब यहां पदस्थापना हुई, तब यहां के बच्चों को होनहार बनाना उनके लिए चुनौती जैसी थी। मगर उन्होंने इस चुनौती को सहर्ष स्वीकार किया और स्कूल में आवश्यक संसाधनों के अभाव के बावजूद बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की ठानी। उन्होंने लगातार कड़ी मेहनत की, जिसका परिणाम आज सबके सामने है। इस स्कूल के बच्चे महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। यहां पढ़ रहे हर बच्चे की जुबान पर अंग्रेजी विषय से संबंधित सभी सवालों का जवाब रटा-रटाया है। शिक्षिका अर्चना शर्मा जैसे ही प्रश्न करती हैं, वैसे ही प्रत्येक बच्चा उस प्रश्न का जवाब देने आतुर हो जाता है। शिक्षिका अर्चना शर्मा विषयगत शिक्षा के साथ ही खेलकूद तथा अन्य नवाचार के जरिए बच्चों को पारंगत बनाने हरसंभव प्रयास कर रही हैं।
पहले महसूस कर रही थी कुंठा, मगर अब गर्व
मुड़पार स्कूल में अपनाए जा रहे नवाचार के संबंध में शिक्षिका अर्चना शर्मा से जब जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि उनकी मूल पदस्थापना शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला किरारी में है, लेकिन युक्तियुक्तकरण के तहत उन्हें मुड़पार के इस स्कूल में संलग्र किया गया है। संलग्नीकरण आदेश के तहत दो साल पहले जब वे पहली बार इस स्कूल में पहुंची तो मन में कई सवाल थे। मूल शाला नहीं होने की वजह से वे कुंठित महसूस कर रही थीं, लेकिन सारी कुंठाओं को मन से निकालकर उन्होंने बच्चों के भविष्य के लिए कुछ नया करने की ठानी और दो साल की मेहनत के परिणामस्वरूप इस स्कूल के बच्चे आज अंग्रेजी बोलने में दक्ष हो गए।
अच्छे-अच्छों को अंग्रेजी में मात दे रहे बच्चे
शिक्षिका अर्चना शर्मा ने बताया कि वे नवाचारी तरीके से बच्चों को पढ़ाकर उसका वीडियो क्लिप तैयार करती हैं, जिसे संकुल के शिक्षकों के अलावा यूट्यूब पर बने शिक्षा ज्योति चैनल में शेयर करती हैं, ताकि उस नवाचार से अन्य शिक्षक प्रभावित हों और ज्यादा से ज्यादा बच्चों को मुड़पार स्कूल में अपनाए जा रहे नवाचार का लाभ मिले। मुड़पार स्कूल के नवाचार से संबंधित दर्जनों वीडियो क्लिप शिक्षा ज्योति चैनल में अपलोड हो चुके हैं। शिक्षिका अर्चना शर्मा के इस प्रयास से आज न केवल सरकारी स्कूल के उन बच्चों में आत्मविश्वास जगा है, बल्कि वे प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को अंग्रेजी विषय में मात देने पूरी तरह तैयार हैं। इस बात को लेकर बच्चों के पालक भी शिक्षिका अर्चना शर्मा के तरीफे के पुलिंदे बांधने कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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