जांजगीर-चांपा. समय-बेसमय हुई भारी बारिश ने अंचल में सब्जी खेती को तबाह कर दिया है, जिससे लोकल आवक प्रभावित है। सब्जियों पर महंगाई हावी हो गई है। धनिया 200 से 250 रुपए तक प्रति किलो बिक रहा है, जबकि खुले मार्केट में 10 रुपए से इतना कम धनिया मिल रही है जो कि एक परिवार के सब्जी के लिए काफी नहीं है। इससे गृहणियों की परेशानी बढ़ गई है।
जिला मुख्यालय जांजगीर के दैनिक बाजार में इन दिनों सब्जी की लोकल आवक पूरी तरह प्रभावित है। गिनती के ही सब्जी उत्पादक सब्जी बेचने पहुंच रहे है। इसलिए सब्जी की डिमांड अधिक और आवक कम है। इस स्थिति के चलते थोक व चिल्हर बाजार में सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं। सब्जी मंडी में धनिया प्रति किलो 200 से 250 रुपए बिक रही है, जबकि खुला मार्केट में धनिया का दाम 300 रुपए किलो से अधिक है। यही वजह है कि चिल्हर बाजार में 10 रुपए में जितना धनिया मिल रहा है, उससे एक परिवार की सब्जी भी नहीं बन पा रही है। इससे रसोई का बजट बिगड़ गया है। देसी फूलगोभी 80 रुपए किलो, बाहरी फूलगोभी 40 से 50 रुपए, बैंगन 25 से 30 रुपए किलो बिक रहा है। करेला, गंवारफल्ली, बरबट्टी, लौकी, कद्दू समेत अन्य सब्जियों के दाम भी महंगे हैं। सब्जी उत्पादकों ने बताया कि समय-बेसमय हुई बारिश व खराब मौसम से अंचल में लगी सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है। सब्जी उत्पादकों की बाडिय़ों में धनिया, भाजी, मेथी समेत अन्य थरहा गलकर नष्ट हो रहे हैं। दोबारा सब्जी खेती करने की नौबत आ पड़ी है। सब्जी खेती प्रभावित होने से सब्जी मंडी में लोकल आवक घट गई है। पूरा बाजार बाहरी आवक पर टिका हुआ है। मांग अधिक और आवक कम होने के कारण इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
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