मंगलवार, 9 जनवरी 2018

तीन चरणों में लोक सुराज अभियान 12 जनवरी से, इस बार ऑनलाइन भी लिए जाएंगे आवेदन, कलेक्टर ने दी विस्तृत जानकारी

जांजगीर-चांपा. प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान 2018 आगामी 12 जनवरी से प्रारंभ होगा। अभियान के पहले चरण में 12 से 14 जनवरी तक आमलोगों से मांग और समस्याओं से संबंधित आवेदन पत्र प्राप्त किए जाएंगे। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों के वार्डों में आवेदन संकलन शिविर आ आयोजन किया जाएगा। इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत भी मांग और समस्याओं से संबंधित आवेदन लिए जाएंगे।

कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने ये जानकारी मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत विशेष रूप से मौजूद रहे। कलेक्टर ने बताया कि लोक सुराज अभियान 2018 का पहला चरण 12, 13 एवं 14 जनवरी को होगा। इस दौरान समस्याओं और मांगों से संंबंधित आवेदन पत्र प्राप्त किए जाएंगे। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों के वार्डों में आवेदन संकलन शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दस-दस शिविरों का एक कलस्टर बनाया गया है। वहीं सभी शिविरों के लिए प्रभारी अधिकारी की नियुक्ति भी की गई है। अभियान का दूसरा चरण 13 जनवरी से 11 मार्च तक चलेगा। इस दौरान लोगों से प्राप्त आवेदनों के अनुसार समस्या एवं मांग का निराकरण किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि अभियान का तीसरा चरण 12 मार्च से 31 मार्च तक चलेगा। इस दौरान प्रत्येक दस ग्राम पंचायतों के बीच एक-एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री, विभागीय मंत्री एवं प्रभारी सचिव समाधान शिविरों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। समाधान शिविरों में भी लोगों की मांग और समस्याओं से संबंधित आवेदन स्वीकार किया जाएगा। कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने बताया कि आवेदक सीजी एनआईसी वेबसाइट के लोक सुराज अभियान में जाकर अथवा रमन एप्प पर अपने आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत आवेदक को अपनी मांग अथवा समस्या संक्षिप्त में लिखकर भेजना होगा। 

जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत ने बताया कि इस बार सभी कार्यालयों में एक-एक समाधान पेटी रखवाई जाएगी। मुख्यमंत्री का जिले में जिस दिन दौरा होगा, उसी दिन सीएम द्वारा कलेक्टोरेट में समीक्षा बैठक भी ली जाएगी। इसके बाद प्रेसवार्ता आयोजित कर शासन-प्रशासन की उपलब्धियों एवं लोक सुराज अभियान के अंतर्गत आयोजित शिविरों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष सुराज अभियान में लापरवाही बरतने वाले तीन पंचायत सचिव, दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा एक आरएई को निलंबित किया गया था। अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सुराज अभियान के क्रियान्वयन में यदि किसी तरह की लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

व्यवस्थित तरीके से संचालन

कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने बताया कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी अभियान का आदर्श वाक्य ‘लक्ष्य समाधान का’ रखा गया है। इस वर्ष भी अभियान का संचालन अत्यंत व्यवस्थित तरीके से किया जाएगा। आम लोगों के प्रति शासन की हर इकाई की जवाबदेही कड़ाई के साथ सुनिश्चित की गई है। शासन का जोर इस बात पर भी है कि आवेदनों के जरिए लोगों की समस्याएं सुनने के साथ-साथ उनका समाधान कर उन्हें सूचित भी किया जाए। उन्होंने बताया कि लोक सुराज अभियान के दौरान प्राप्त समस्याओं के आवेदनों का समाधान सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ करना ही इस बार की मुहिम का लक्ष्य है।


अभियान की ये होगी विशेषता

💥 समस्याओं से संबंधित आवेदन प्राप्त करने के लिए निर्धारित तिथियों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर और शहरों में वार्ड स्तर पर एक-एक नोडल अधिकारी उपस्थित रहकर लोगों के आवेदन को संकलित करेंगे।
💥 लोगों को इन आवेदनों की पावती दी जाएगी।
💥 आवेदकों को बताया जाएगा कि उनकी समस्या के समाधान की सूचना उन्हें कब और किस शिविर में दी जाएगी।
💥 नोडल अधिकारी के पास आवेदन जमा करने के अलावा लोग वेबसाइट http://cg-nic.in/loksuraj एवं
Raman App पर अपने आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।

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