गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018

छावनी बना था चेंबर उपाध्यक्ष बंसल का मकान, तडक़े हुई गिरफ्तारी, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विभिन्न थानों की पुलिस ने एक साथ दबोचा

राजेंद्र राठौड़@जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ के नगर संयोजक जगदीश प्रसाद बंसल को गिरफ्तार करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जालसाजी के आरोपी चेंबर उपाध्यक्ष बंसल को गिरफ्तार करने के लिए जिले के विभिन्न थानों से बल सक्ती बुलवाया गया था। गुरूवार की तडक़े पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में बल ने सबसे पहले आरोपी के मकान की पूरी तरह से घेराबंदी की, इसके बाद उसे अंदर के कमरे से दबोचा, जहां वह आराम फरमा रहा था। इस दौरान आरोपी का मकान पूरी तरह से छावनी में तब्दील था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को सक्ती थाने लाकर घंटों तक पूछताछ की गई, फिर मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट के न्यायालय में पेश किया गया।

दरअसल, झूठा घोषणा पत्र तैयार कर स्टाम्प शुल्क की चोरी करते हुए शासन को 2.20 लाख का चूना लगाने वाले छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ के नगर संयोजक जगदीश प्रसाद बंसल से संबंधित इस हाईप्रोफाइल मामले को लेकर जिले में कई तरह की चर्चाएं थी। सक्ती तहसीलदार की रिपोर्ट पर पखवाड़े भर पहले इस मामले में चेंबर नेता बंसल सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की कार्यशैली पर ऊंगलियां भी उठ रही थी, जबकि सक्ती पुलिस रजिस्ट्री से संबंधित मूल दस्तावेज उपपंजीयक कार्यालय से नहीं मिलने के कारण चेंबर उपाध्यक्ष बंसल सहित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पा रही थी। इधर, इस मामले को लेकर मुक्तिधाम संरक्षण समिति के पदाधिकारी लगातार कलेक्टर एवं एसपी से मुलाकात कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि मुक्तिधाम संरक्षण समिति के पदाधिकारियों ने दो दिन पहले बिलासपुर पहुंचकर आईजी दीपांशु काबरा से मुलाकात की तथा उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। 

मुक्तिधाम संरक्षण समिति के पदाधिकारियों की पूरी बात गंभीरता से सुनने तथा मामले से संबंधित दस्तावेजों का अवलोकन करने के बाद आईजी काबरा ने न केवल त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया, बल्कि पुलिस अधीक्षक नीथू कमल से इस मसले पर तत्काल बात भी की। आईजी काबरा ने एसपी नीथू कमल से साफ लहजे में कहा कि मामले में संलिप्त चेंबर उपाध्यक्ष बंसल सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र की जाए तथा उन्हें पूरी रिपोर्ट दें। आईजी काबरा के निर्देश पर एसपी नीथू कमल ने सक्ती एसडीओपी अमित पटेल तथा थाना प्रभारी एमपी टंडन को अलर्ट किया। एसपी से निर्देश मिलने के बाद सुनियोजित रणनीति के तहत एसडीओपी पटेल एवं थाना प्रभारी टंडन गुरूवार को तडक़े आसपास के थानों से बड़ी संख्या में बल लेकर सीधे चेंबर उपाध्यक्ष जगदीश बंसल के घर पहुंचे और चारों ओर घेराबंदी करवाकर उसे अंदर से धर-दबोचा। बताया जा रहा है कि आरोपी चेंबर उपाध्यक्ष बंसल को सुबह करीब छह बजे सक्ती थाना लाया गया, जहां उससे घंटों पूछताछ की गई। इसके बाद सुबह करीब 11.30 बजे आरोपी को स्थानीय न्यायालय के लिए रवाना किया गया, जहां सीजेएम कोर्ट में उसे पेश किया गया। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर दोपहर बाद आरोपी बंसल को जेल भेज दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सक्ती थाने से लेकर कोर्ट परिसर तक में जनप्रतिनिधियों, व्यवसायियों एवं रसूखदार लोगों की चहल-कदमी देखी गई।
 

आत्मदाह की चेतावनी देना पड़ा महंगा

चर्चित स्टाम्प ड्यूटी की चोरी मामले में फंसे जगदीश प्रसाद बंसल को एसडीएम पर प्रताडऩा का आरोप और आत्मदाह की चेतावनी देना भारी पड़ गया। बंसल की इस चेतावनी ने जैसे ही मीडिया में सुर्खियां बटोरी, उसके दूसरे ही दिन यानी गुरूवार को पुलिस ने उसे धरदबोचा। बंसल ने अपने बचाव में कई प्रकार के हथकंडे अपनाए। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इंद्रजीत बर्मन पर पांच लाख रुपए रिश्वत बतौर मांगे जाने का आरोप भी लगाया था। बाद में मानसिक प्रताडऩा दिए जाने का हवाला देकर एसडीएम के विरुद्ध शिकायत करते हुए आत्मदाह की चेतावनी तक दी थी। इधर, आत्मदाह की बात सार्वजनिक होते ही पुलिस के कान खड़े हो गए और पुलिस ने बगैर विलंब किए उसे धरदबोचा।

बेखौफ  होकर शहर में घूम रहा था आरोपी

सक्ती निवासी जगदीश प्रसाद बंसल पिता स्व. रामफल बंसल अपने धन-बल का गुरुर लेकर जहां पूरे प्रशासन से लडऩे आमादा हो गया था। वहीं वह बेखौफ  होकर शहर में घूम रहा था। भादवि की धारा 420 के आरोपी जगदीश बंसल के सरेराह शहर में घूमने से जहां कई तरह की चर्चा व्याप्त थी। वहीं इससे उसका हौसला दिनों-दिन बढ़ते जा रहा था। हद तो तब हो गई जब हाल ही में वह सक्ती विधायक डॉ. खिलावन साहू के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने जा पहुंचा और विधायक डॉ. साहू के साथ फोटोग्राफी करवाकर बकायदा उसे सोशल मीडिया में पोस्ट भी किया। इस बात को लेकर विधायक डॉ. साहू की खूब किरकिरी हुई थी।

बंसल के विरुद्ध दर्जनों शिकायत का अंदेशा

गलत तरीके से धन अर्जित करने वाले स्टाम्प वेंडर जगदीश प्रसाद बंसल के विरुद्ध और भी दर्जनों शिकायत होने का अंदेशा जताया जा रहा है। बताया जाता है कि जगदीश बंसल के साथ कई लोगों का विवाद चल रहा है एवं जमीन संबंधी मामले में भी जगदीश बंसल के विरुद्ध शिकायत मुख्यमंत्री तक की गई है, जहां इसके ऊपर और भी कई आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि आने वाले समय में जगदीश बंसल से प्रताडि़त लोग इसके विरुद्ध और भी शिकायत करेंगे, जिस पर भी कार्यवाही होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

गणमान्य लोगों की सूची में शामिल था नाम

विभिन्न आयोजनों में पैसा देकर मुख्य अतिथि बनने वाले जगदीश बंसल ने अखबारों में अपना फोटो छपवाकर समाजसेवी का तमगा हासिल कर लिया था। वहीं कुछ लोगों ने जगदीश बंसल को गणमान्य नागरिकों की सूची में शामिल करने अपनी भूमिका बखूबी निभाई थी। जालसाजी के मामले में जगदीश बंसल के आरोपी के रूप में गिरफ्तारी होने के बाद ऐसे लोग अब उससे दूरी बनाने लगे हैं।
 

खराब कर रहा था भाजपा एवं चेंबर की छवि

जगदीश बंसल ने चेंबर ऑफ  कॉमर्स का प्रदेश उपाध्यक्ष बनने जहां अपने धनबल का पूरा प्रयोग किया था। वहीं शान और शोहरत के दम पर वह भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ के सक्ती नगर संयोजक के पद पर विराजमान है। अब चर्चा यह है कि चेंबर ऑफ  कॉमर्स तथा भाजपा ऐसे लोगों के विरुद्ध क्या कार्रवाई करती है, जिसका इंतजार नागरिकों को रहेगा।
 

राजनीतिक दलों की चुप्पी समझ से बाहर

सक्ती में मुक्तिधाम की जमीन पर अवैध कब्जा तथा डोंगिया में स्टांप ड्यूटी चोरी करने के आरोप में फंसे जगदीश बंसल के विरुद्ध जब मुक्तिधाम संरक्षण समिति एवं डोंगियावासियों ने खुलकर शिकायत की। वहीं ऐसे संवेदनशील मामले में राजनीतिक दलों की चुप्पी लोगों को समझ नहीं आ रही है। आपको बता दें कि इसका संबंध जहां सत्तापक्ष से था। वहीं सत्तापक्ष के दो घोर विरोधी राजनीतिक दल ने भी इस मामले में चुप्पी बनाए रखी, जो लोगों के समझ से परे है।

यह है पूरा मामला

सक्ती तहसीलदार बी एक्का द्वारा बीते 8 फरवरी को सक्ती थाने में ग्राम पोरथा-डोंगिया स्थित भूमि के संबंध में झूठा आरोप पत्र प्रस्तुत करने के आरोप में स्टाम्प वेंडर चेंबर ऑफ  कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के सक्ती संयोजक जगदीश बंसल, नत्थूराम सतनामी और मौजेलाल सतनामी के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसमें कहा गया था कि उनके इस कृत्य से शासन को 2.20 लाख का नुकसान हुआ है, जिस पर सक्ती पुलिस द्वारा भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 व 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। थाने में एफआईआर दर्ज होने के 14 दिवस बाद सक्ती निवासी चर्चित स्टांप वेंडर जगदीश बंसल को पुलिस की टीम ने तडक़े उसके निवास से गिरफ्तार किया। जगदीश बंसल की गिरफ्तारी की खबर सुबह से ही पूरे शहर में आग की तरफ  फैल गई। इसके बाद शहर के लोग थाना के सामने कचहरी चौक के पास जमा होने लगे।

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