राजेंद्र राठौड़@जांजगीर-चांपा. सक्ती स्थित मरघट मुुक्तिधाम सहित आसपास के क्षेत्र की शासकीय जमीनों में हुए अतिक्रमण एवं फर्जीवाड़े को लेकर एसडीएम इंद्रजीत बर्मन सख्त हैं। उनकी सख्ती का ही असर है कि क्षेत्र के भू-माफियाओं की बोलती बंद हो गई है। बताया जा रहा है कि सक्ती स्थित मरघट मुक्तिधाम की करीब 5 डिसमिल जमीन स्थानीय विधायक डॉ. खिलावन साहू के नाम पर भी दर्ज है, जिसे लेकर जांच की मांग उठने लगी है। ऐसे में विधायक डॉ. साहू ने स्वयं उक्त जमीन की जांच की मांग की है। सोमवार को उन्होंने एसडीएम के पास अपना प्रतिनिधि भेजकर जांच की पेशकश की है तथा कहा है कि जांच में यदि गड़बड़ी निकली तो वे जमीन अभ्यर्पण कर देंगे।
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| डॉ. खिलावन साहू |
दरअसल, मुक्तिधाम संरक्षण समिति के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों एसडीएम इंद्रजीत बर्मन को ज्ञापन सौंपकर सक्ती में अवस्थित शासकीय मुक्तिधाम की जमीन खसरा नंबर 1213 के सीमांकन की मांग की थी, जिस पर एसडीएम बर्मन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए तहसीलदार के माध्यम से एक टीम गठित की। टीम ने जब सीमांकन किया तो मुक्तिधाम की जमीन पर कई रसूखदार लोगों का अतिक्रमण पाया गया। सीमांकन से वस्तुस्थिति स्पष्ट होने के बाद एसडीएम बर्मन ने अतिक्रमणकारी जगदीश प्रसाद बंसल पिता स्व. रामफल बंसल सहित अन्य लोगों को नोटिस जारी कर तत्काल कब्जा छोडऩे के निर्देश दिए। वहीं नगरपालिका परिषद सक्ती के सीएमओ को मुक्तिधाम की चिन्हांकित जमीन के चारों ओर सीमेंट का खंभा लगाने कहा था। हालांकि अतिक्रमणकारी जगदीश प्रसाद बंसल ने अब तक कब्जा नहीं छोड़ा है, लेकिन एसडीएम के निर्देश पर नपा सीएमओ ने चिन्हांकित जमीन के चारों ओर सीमेंट का खंभा जरूर लगवा दिया है। इधर, सक्ती एसडीएम बर्मन की इस कार्यवाही के बाद सक्ती तथा आसपास के क्षेत्र में हुए जमीन घोटालों की परत खुलने लगी है। बताया जा रहा है कि मरघट मुक्तिधाम की करीब 5 डिसमिल जमीन स्थानीय विधायक डॉ. खिलावन साहू के नाम पर भी दर्ज है, जिसे लेकर मुक्तिधाम संरक्षण समिति ने जांच की मांग की है। इसकी भनक लगते ही विधायक डॉ. साहू ने अपने प्रतिनिधि एवं अधिवक्ता सत्येन्द्रनाथ सोनी के जरिए सक्ती एसडीएम के समक्ष अपना पक्ष रखा है। जानकारी के अनुसार, विधायक डॉ. खिलावन साहू के प्रतिनिधि सत्येन्द्रनाथ सोनी 26 फरवरी को इस मसले को लेकर एसडीएम बर्मन से चर्चा करने उनके कार्यालय पहुंचे थे। विधायक डॉ. साहू ने अपने प्रतिनिधि के जरिए एसडीएम से कहा है कि वे मुक्तिधाम संरक्षण समिति की शिकायत तथा उक्त जमीन की जांच करवाना चाहते हैं। विधायक डॉ. साहू ने यह भी कहा है कि जांच में यदि किसी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो वे उक्त जमीन अभ्यर्पण कर देंगे। बहरहाल, सक्ती एसडीएम ने मौखिक के बजाय सबकुछ उनसे लिखित में मांगा है, जिसके बाद ही आगे की कार्यवाही किए जाने की बात कही गई है।
आवेदन मिलने पर कराएंगे जांच
सक्ती विधायक के प्रतिनिधि ने सोमवार को मेरे कार्यालय में आकर शिकायत में उल्लेखित जमीन की जांच की मांग की है। इस मसले को लेकर पूरी बात सुनने के बाद उनसे सबकुछ लिखित में मांगा गया है। यदि वे लिखित में देते हैं तो जरूर जांच कराएंगे। उसके बाद नियमानुसार कार्यवाही भी करेंगे।

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