राजेन्द्र जायसवाल@चांपा. जनपद पंचायत बलौदा का सबसे बड़ा ग्राम पंचायत एवं विधायक आदर्श ग्राम सिवनी भ्रष्टाचार एवं गबन के मामलों को लेकर कई वर्षों से सुर्खियां बटोर रहा है। सेवा सहकारी समिति सिवनी के संचालक मंडल एवं विक्रेता आकाश सारथी ने इस बार मृत व्यक्ति, पलायनकर्ता एवं बंद राशन कार्डों पर वितरण दिखाकर राशन की अफरा-तफरी करते हुए भ्रष्टाचार एवं कालाबाजारी का नया इतिहास रचा है।
शिकायतकर्ता रामरतन राठौर ने इस संबंध में बताया कि उनके द्वारा 19 फरवरी 2018, 4 मार्च 2018 एवं 3 मई 2018 को छह बिंदुओं में सेवा सहकारी समिति सिवनी के विक्रेता आकाश सारथी एवं संचालक मंडल द्वारा किए गए भ्रष्टाचार एवं कालाबाजारी की शिकायत करते हुए जांच के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा गया है, परंतु आज तक शिकायत पर कार्यवाही नहीं की गई है। यहाँ बताना लाजिमी होगा कि सेवा सहकारी समिति सिवनी में मृत व्यक्ति नरबदीया राठौर, श्यामबाई देवांगन, फूलबाई राठौर, छोटीबाई राठौर, मंगलीबाई, अनिल कुंवर राठौर, धनीराम राठौर, पीलाबाई बरेठ, पदुमबाई राठौर, जगरीबाई, पलायनकर्ता प्रीतिबाई, शकुंतलाबाई, दुर्गाबाई एवं बंद राशन कार्डों पर नेट में वितरण दिखाकर भ्रष्टाचार एवं कालाबाजारी का खेल निरंतर तीन वर्षो से खेला जा रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सेवा सहकारी समिति सिवनी में 2 हजार 405 कार्डधारियों के नाम से राशन आवंटित होता है। जनवरी एवं फरवरी 2018 में 2 हजार 306, मार्च 2018 में 2 हजार 274 एवं अप्रैल 2018 में 2 हजार 223 कार्डधारकों को राशन वितरण किया गया है, जबकि 100 से 150 कार्डधारकों के राशन का हिसाब ही नहीं है, जो कालाबाजारी एवं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि धनीराम की मृत्यु 22 दिसम्बर 2016 को हो गई है, जबकि उनके नाम से 25 मई 2017, 30 जून 2017 एवं 31 जुलाई 2017 को कुल 140 किलो राशन निकाला गया है। साथ ही कई मृत व्यक्तियों एवं पलायनककर्ता मजदूरों के लगभग 150 कार्डो से वर्ष 2015 से निरंतर राशन सामग्री निकाली जा रही है।
पूर्व संचालक मंडल की गलतियों से सीख नहीं
जुलाई 2017 में जब सेवा सहकारी समिति सिवनी के संचालक मंडल का निर्वाचन हुआ तो लोगों में एक नई आशा बंधी कि अब राशन की कालाबाजारी में लगाम लगेगा, परन्तु ऐसा नहीं हुआ। वर्तमान में कार्यरत संचालक मंडल ने विक्रेता आकाश सारथी के कार्यो की बिना समीक्षा किए उसे विक्रेता का दायित्व सौंप दिया। संचालक मंडल की निष्क्रियता, लापरवाही एवं संलिप्ता के कारण ही यह घोटाला संभव हुआ है।
समिति के खाते में जमा नहीं की गई राशि
सेवा सहकारी समिति सिवनी के संचालक मंडल एवं विक्रेता द्वारा 3 वर्षो के राशन वितरण से प्राप्त कमीशन की राशि लगभग 30 से 40 लाख रुपए एवं खाली बारदाना की बिक्री से प्राप्त राशि को समिति के खाते में जमा नहीं कराई गई है। इस महाघोटाला से समिति को लगभग 60 से 65 लाख का नुकसान हुआ है। वहीं इस महाघोटाला के लिए कौन जिम्मेदार है विक्रेता आकाश सारथी या संचालक मंडल या दोनों, यह सिवनी में चर्चा का विषय बना हुआ है। शिकायतकर्ता ने सक्षम अधिकारी द्वारा जांच कराकर दोषी व्यक्तियों पर दंडनात्मक कार्यवाही करते हुए गबन की राशि वसूली कर समिति के खाते में जमा कराए जाने की मांग की है।
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