जांजगीर-चांपा. कोसानगरी चांपा निवासी एक युवक ने स्थानीय थाना प्रभारी पर संगीन आरोप लगाए हैं। युवक का आरोप है कि चांपा पुलिस ने बीते दिनों उसके मकान में शराब रखे होने के संदेह पर दबिश दी, जहां से उन्हें कुछ भी नहीं मिला। बावजूद इसके, 19 पाव शराब जब्त होना बताकर उसे मारते-पीटते थाना लाया गया, जहां उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की बात कही गई। वहीं जब उसने प्रकरण दर्ज नहीं करने अनुनय-विनय किया तो उसी दौरान थाने पहुंचे एक अन्य युवक ने खुद को थाना प्रभारी का करीबी बताकर मामला रफा-दफा करवाने के एवज में उससे एक लाख 30 हजार रुपए झटक लिए। युवक का यह भी आरोप है कि उक्त राशि चांपा थाना प्रभारी के नाम से ली गई है, जिसे उसने शहर के ही किसी व्यापारी से पांच फीसदी ब्याज दर पर कर्ज लेकर दिया है। हालांकि थाना प्रभारी ने युवक के इस आरोप को सिरे से खारिज किया है। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच करवाकर उचित कार्यवाही करने की बात कही है।
दरअसल, चांपा में रामबांधा तालाब के समीप किराना दुकान संचालित करने वाले कन्हैयालाल थवाईत ने स्थानीय थाना प्रभारी प्रदीप आर्य पर संगीन आरोप लगाए हैं। कन्हैयालाल थवाईत का आरोप है कि कुछ दिनों पहले रात करीब 11 बजे चांपा थाना प्रभारी आर्य अपने स्टॉफ के साथ उसके घर के पास पहुंचे। इस दौरान वह घर के बाहर बाइक पर बैठा हुआ था। थाना प्रभारी आर्य एवं पुलिस स्टॉफ को देखकर वह सहम गया। इसी दौरान आरक्षक धर्मेन्द्र तिवारी उसके बाइक की डिक्की की तलाशी लेने लगा, तब तक उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। कन्हैयालाल का आरोप है कि बाइक में कुछ भी नहीं मिलने पर थाना प्रभारी आर्य अपने स्टॉफ के साथ उसके घर में दाखिल हुए और एक-एक कमरे की तलाशी ली, फिर भी कुछ नहीं मिला। इसके बाद बाहर से 19 पाव शराब लाकर उक्त शराब उसके घर से जब्त होना बताया गया तथा थाना प्रभारी आर्य अपने स्टॉफ से उसे मारते-पिटवाते थाने ले गए। वहां आरक्षक धर्मेन्द्र तिवारी ने उसे धमकी-चमकी लगाई तथा कहा कि प्रकरण से यदि बचना है तो थाना प्रभारी के लिए तीन लाख रुपए का इंतजाम कर लो। आरक्षक तिवारी की डिमांड सुनकर वह सन्न रह गया। इसी बीच शहर का एक युवक वहां आ धमका और पूरी जानकारी लेने के बाद इस मामले को रफा-दफा करवाने का आश्वासन देकर वह थाना प्रभारी के कक्ष में चला गया। कन्हैयालाल थवाईत का आरोप है कि कुछ देर बाद वह युवक फिर उसके पास आया और मामला रफा-दफा करने के एवज में थाना प्रभारी आर्य को एक लाख 30 हजार रुपए तत्काल देने की बात कही। वहीं ऐसा नहीं करने पर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिए जाने की धमकी दी गई।
इस धमकी से वह बुरी तरह सहम गया और तुरंत चांपा निवासी एक व्यापारी विनोद मिश्रा के पुत्र से पांच फीसदी ब्याज दर पर एक लाख 30 हजार रुपए कर्ज लिए, जिसे उसने थाने आकर उसी युवक को सौंपा, जिससे इस मामले को रफा-दफा करने संबंधी उसकी अंतिम बार बात हुई थी। कन्हैयालाल थवाईत का यह भी कहना है कि संबंधित युवक ने 30 हजार रुपए खुद लिए। वहीं शेष राशि एक लाख रुपए को थाना प्रभारी को दिया है, जिसकी जानकारी उसे थाने में पदस्थ एक स्टॉफ से मिली है। बता दें कि कन्हैयालाल थवाईत द्वारा चांपा थाना प्रभारी प्रदीप आर्य एवं थाना स्टॉफ पर लगाए गए संपूर्ण आरोप की वीडियो ‘दैनिक नवीन कदम’ के पास उपलब्ध है, जिसमें साफ कहा है कि झूठे प्रकरण से बचने थाना प्रभारी के नाम पर उसने युवक को एक लाख 30 हजार रुपए दिए हैं। बहरहाल, मामला चाहे जो भी हो, लेकिन थाना प्रभारी पर एक युवक द्वारा इस तरह संगीन आरोप लगाए जाने से पूरा पुलिस महकमा सवालों के कटघरे में आ गया है। वहीं अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी इस मामले को आखिर कितनी गंभीरता से लेते हैं।
कन्हैया का आरोप बेबुनियाद
कुछ माह पहले कन्हैयालाल के घर दबिश देकर अवैध रूप से रखी शराब जब्त की गई थी। यह कार्यवाही मैंने स्वयं की थी। रही बात रुपए लेनदेन की तो कन्हैयालाल का आरोप बेबुनियाद है। इसके बाद भी इस मामले की जांच की जाएगी, ताकि सबकुछ स्पष्ट हो सके। यदि मेरे नाम पर स्टॉफ के किसी ने रकम ली होगी तो उसकी पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
-प्रदीप आर्य, थाना प्रभारी, चांपा
आरोप बेहद ही संगीन
थाना प्रभारी पर लगा आरोप बेहद ही संगीन है। इस मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी। जांच में आरोप यदि सत्य पाए गए तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी की जाएगी।
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