जांजगीर-चांपा। जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों और दावेदारों ने पैराशूट लैंडिंग पर हल्ला तेज कर दिया है। वे इस सीट के लिए कांग्रेस उम्मीवार घोषित होने के बाद से ही अपना विरोध जता रहे हैं। स्थानीय स्तर पर शुरू हुए विरोध-प्रदर्शन की चिंगारी अब राजधानी रायपुर तक जा पहुंची है। सोमवार को चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने रायपुर पहुंचकर वहां स्थित राजीव भवन के सामने जमकर प्रदर्शन किया और पार्टी हाईकमान को चेतावनी दी कि पैराशूट प्रत्याशी और दल-बदलकर कांग्रेस को विधानसभा का सही प्लेटफार्म मानने वालों को किसी भी सूरत में मंजूर नहीं किया जाएगा।
दरअसल, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत जिले की छह सीटों पर चुनाव होना है। काफी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस ने शनिवार की देर शाम जिले की छह में से तीन सीट अकलतरा, सक्ती व चंद्रपुर के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की, जिसमें चंद्रपुर से रामकुमार यादव का नाम शामिल है। कांग्रेस ने चंद्रपुर से रामकुमार यादव को टिकट देकर अब अपनी मुश्किलें बढ़ा ली हैं। चंद्रपुर सीट से रामकुमार के नाम की घोषणा के बाद कांग्रेस यहां कई खेमों में बट गई है। वहीं कुछ असंतुष्ट ऐसे भी हैं, जो रामकुमार को प्रत्याशी स्वीकारने के बजाय अब अन्य राजनीतिक पार्टियों का सहयोग करने अथवा उन पार्टियों की टिकट पर चुनाव लडऩे का मन बना रहे हैं।
इस पूरे मामले में सोमवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस से टिकट की दावेदारी करने वाले नोबेल वर्मा के पुत्र नीतेश वर्मा, दावेदार कुलिशा मिश्रा, दुर्गेश जायसवाल सहित चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों कांग्रेसी रायपुर स्थित राजीव भवन पहुंच गए और मुख्य द्वार के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। उनका साफ कहना है कि कांग्रेस पार्टी चाहे तो जितने भी दावेदार थे, उनमें से किसी को टिकट न दे, कोई उफ तक नहीं करेगा। चाहे तो ऐसे किसी कार्यकर्ता को टिकट दे दे, जो कांग्रेस का साधारण सदस्य मात्र हो और वर्षों से किसी तरह की राजनीति में सक्रिय न रहा हो तो भी मंजूर है। ऐसा होने पर सभी एक होकर जी-जान से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पैराशूट प्रत्याशी व दल-बदलकर कांग्रेस को विधानसभा का सही प्लेटफार्म मानने वालों को किसी भी सूरत में मंजूर नहीं करेंगे।
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