रविवार, 23 अप्रैल 2017

अंडरब्रिज बनाने की मांग को लेकर मल्दी में रेल रोको आंदोलन, पुलिस छावनी में तब्दील रहा धरना स्थल

सक्ती. मुंबई-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग पर ग्राम मल्दी में अंडरब्रिज बनाए जाने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों ने रविवार को रेल रोको आंदोलन किया। इस आंदोलन की सूचना पूर्व से पुलिस और जिला प्रशासन को दी गई थी, जिसके कारण रविवार को ग्राम मल्दी का धरना स्थल पुलिस छावनी में तब्दील रहा। हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, लेकिन क्षेत्रवासियों ने जोरशोर से अपनी आवाज बुलंद की। बताया जा रहा है कि रेल अधिकारियों के आश्वासन पर दोपहर बाद आंदोलन खत्म हुआ।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत मुंबई-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग पर सक्ती के समीप ग्राम मल्दी स्थित है, जहां पूर्व में आवागमन के लिए फाटक की सुविधा थी, जिसे सुरक्षागत कारणों का हवाला देते हुए रेल प्रशासन ने बंद करवा दिया है। इस वजह से क्षेत्रवासियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। क्षेत्रवासी पिछले तीन साल से ग्राम मल्दी में अंडरब्रिज बनाने की मांग रेल प्रशासन से कर रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, इस संंबंध में ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को कई बार ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। कुछ दिन पहले भी क्षेत्रवासियों ने अपनी मांग के संबंध में रेलवे के अफसरों को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। रेल प्रशासन के उदासीन रवैये से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने रविवार को रेल रोको आंदोलन करने का निर्णय लिया, जिसकी सूचना उन्होंने रेल प्रशासन के अलावा पुलिस व जिला प्रशासन को भी लिखित में दी थी। 

इससे प्रशासनिक महकमा हरकत में आया और रविवार को ग्राम मल्दी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया, ताकि कोई अप्रिय स्थिति निर्मित न हो। इधर, पूर्व निर्धारित योजना के तहत क्षेत्रवासी मल्दी से होकर गुजरी रेल लाइन के समीप पहुंचे और मार्ग से गुजरने वाली रेल गाडिय़ों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली, तब तक प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच गया था। आंदोलन की अगुवाई कर रहे कामरेड अनिल शर्मा ने बताया कि क्षेत्रवासियों द्वारा पिछले तीन वर्षों से ग्राम मल्दी से होकर गुजरी रेल लाइन में अंडरब्रिज बनाकर दिए जाने की मांग की जा रही है। 

कुछ दिन पहले रेलवे के अफसरों को इस संबंध में एक बार फिर ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन वे क्षेत्रवासियों की मांग को अनसुनी कर रहे हैं, जिसके कारण उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रवासियों द्वारा आंदोलन किए जाने की सूचना पाकर रेलवे के आला अधिकारी, प्रशासन के अफसर तथा पुलिस विभाग के अधिकारी सदलबल मौके पर पहुंचे थे। धरना स्थल पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो गया था। 

रेल अफसरों ने दिया आश्वासन

रेलवे अधिकारियों और ग्रामवासियों के बीच एक बार फिर आश्वासन का दौर चला। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों ने ग्रामीणों को आगामी बरसात के बाद अक्टूबर माह से अंडरब्रिज का काम चालू करवाने का आश्वासन दिया। रेल अफसरों के आश्वासन पर क्षेत्रवासियों ने धरना एवं रेल रोको आंदोलन समाप्त किया।

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