शनिवार, 1 अप्रैल 2017

रेंजर लदेर स्मृति में शासन प्रतिवर्ष देगा कर्तव्य परायणता पुरस्कार

जांजगीर-चांपा. जंगलों की रक्षा एवं कोल तथा वन माफियाओं से वन की रक्षा करते हुए कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों की आहूति देने वाले लैलूंगा में पदस्थ रेंजर दौलतराम लदेर की स्मृति में राज्य शासन द्वारा कर्तव्य परायणता पुरस्कार देेने की घोषणा विधानसभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की है। 

वन विभाग में वन्य प्राणियों और वनोपजों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले वन कर्मियों को यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाएगा। पुरस्कार में एक लाख रुपए नगद व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इस वर्ष यह पुरस्कार लदेर की धर्मपत्नि पुष्पा लदेर को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। ज्ञात हो कि कर्तव्य निर्वहन के दौरान तत्कालीन रेंजर लैलूंगा दौलतराम लदेर की गत 20 फरवरी 2017 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। कर्तव्य के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले रेंजर को शहीद का दर्जा देने की मांग नगरवासियों व परिजनों द्वारा की गई, जिस पर जिला कलेक्टर रायगढ़ द्वारा प्रस्ताव भेजा गया था। 

शासन द्वारा कोई प्रतिक्रिया और कार्यवाही नहीं होने पर सर्वदलीय मंच द्वारा 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना कचहरी चौक जांजगीर में आरंभ किया गया, जहां राज्य शासन व वन मंत्री के निर्देश पर बिलासपुर वनवृत्त द्वारा उनके नाम पर पुरस्कार देने की घोषणा के आश्वासन पर तीन माह के लिए धरना स्थगित किया गया था। 

राज्य शासन द्वारा पुरस्कार की घोषणा किए जाने पर सर्वदलीय मंच एवं परिजनों ने प्रसन्नता प्रकट करते हुए धरना प्रदर्शन में सहयोग करने वाले सभी दलों, संस्थाओं, व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों सहित मीडियाकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया है। स्व. लदेर के नाम से पुरस्कार की घोषणा होने से नगर का मान बढ़ा है। अमर शहीद की मांग पर मंच के सदस्यों ने तीन माह के भीतर शासन द्वारा दिए जाने वाली कार्यवाही के बाद आंदोलन को नई रूपरेखा देते हुए रणनीति बनाने की बात कही है।

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