मंगलवार, 23 मई 2017

वट सावित्री और शनिदेव पूजन एक साथ, महत्वपूर्ण तिथियों के चलते 25 मई हुआ खास

जांजगीर-चांपा. वट सावित्री और शनिदेव पूजन इस वर्ष एक साथ 25 मई को पड़ रहा है। इसी दिन से नौतपा की शुरुआत भी हो रही है। इन तीन महत्वपूर्ण तिथि के चलते यह दिन बेहद खास बन गया है। वट सावित्री व्रत और शनि जयंती रोहणी नक्षत्र में पड़ रहा है। इस दिन महिलाएं अखंड सुहाग की कामना के साथ वट वृक्ष की पूजा करेंगी। इसी दिन भगवान शनिदेव का पूजन भी किया जाएगा। ग्रहों और नक्षत्रों के साथ भी मौसम में परिवर्तन होता है। इसी के चलते विशेष सहयोग से वट सावित्री और शनि जयंती एक ही दिन पड़ रहा है। 

इस दिन सुहागिन, जहां सत्यवान सावित्री की कथा सुनेंगी तो शनि भक्त अपने कष्टों के निवारण के लिए भगवान शनिदेव का पूजन व अभिषेक करेंगे। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो सूर्य पर रोहणी नक्षत्र की दृष्टि 25 मई को सुबह 5.44 बजे से पड़ेगी। इससे सूर्योदय के साथ नौतपा की भी शुरुआत होगी। इस तरह 25 मई से 2 जून तक सूर्य की सीधी किरणें धरती पर पड़ेगी। इससे यह नौ दिन सबसे ज्यादा गर्म भी रहेगा। रोहणी नक्षत्र व सर्वाथ सिद्धि योग में इसकी शुरुआत हो रही है। वहीं नवतपा दिवस की ग्रह स्थिति से जहां एक ओर प्राकृतिक आपदा के संकेत मिल रहे है तो दूसरी ओर भारतीय उद्योग, व्यापार के लिए शुभ संकेत है। विशेषकर जमीन, शेयर बाजार, वायदा बाजार, खाद्य, लौह धातु, मोटर वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए शुभ योग है। मेष, धनु, मकर, कन्या, वृश्चिक राशि के जातकों को सावधानी रखनी चाहिए। वहीं वृषभ, मिथुन, कर्क, तुला, सिंह, कुंभ और मीन राशि के जातकों के लिए यह लाभप्रद रहेगा।

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