शनिवार, 9 सितंबर 2017

हितग्राही से लिए डेढ हजार, आवास मित्र दिलेश्वरी कार्य से विमुक्त, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जारी किया आदेश

डभरा. प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत डभरा जनपद के फरसवानी कलस्टर की आवास मित्र दिलेश्वरी चंद्रा को हितग्राही से डेढ हजार रुपए रिश्वत लेना महंगा पड़ गया। जिला पंचायत सीईओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसे तत्काल प्रभाव से कार्य से विमुक्त कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, जिले के डभरा विकासखंड के अंतर्गत फरसवानी कलस्टर में दिलेश्वरी चंद्रा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मित्र के पद पर कार्यरत थी। उसने योजना का लाभ दिलवाने के एवज में एक हितग्राही से दो किश्तों में अवैध रूप से डेढ हजार रुपए लिए थे। इसकी जानकारी मिलने पर नगर के पत्रकार बसंत चंद्रा ने आवास मित्र दिलेश्वरी चंद्रा से मोबाइल पर संपर्क कर जानकारी ली, तब उसने कहा था कि वे दिन भर गांव में घूम-घूमकर काम करती हैं तो हितग्राही से थोड़ी-बहुत रकम लेने का उसका हक बनता है। पत्रकार चंद्रा ने इस पर आपत्ति जताते हुए उसे संबंधित हितग्राही को रकम तत्काल लौटाने कहा, जिस पर दिलेश्वरी ने कहा कि आवास योजना का लाभ दिलवाने हितग्राहियों से सभी आवास मित्र रकम ले रहे हैं। उसने भी लिया है तो क्या गलत किया है। दिलेश्वरी ने यह भी कहा कि वह रकम नहीं लौटाएगी, चाहे जहां शिकायत कर लो। आवास मित्र दिलेश्वरी से हुई पूरी बातचीत की वाइस रिकार्डिंग पत्रकार चंद्रा ने उच्चाधिकारियों को भेजी, जिसे जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत ने गंभीरता से लेते हुए शासकीय कार्य में गंभीर अनियमितता बरतने पर आवास मित्र दिलेश्वरी चंद्रा को कार्य से विमुक्त कर दिया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वसंत ने शनिवार को इस आशय का आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार, फरसवानी कलस्टर की आवास मित्र दिलेश्वरी चंद्रा द्वारा यह स्वीकार किया गया है कि उनके द्वारा हितग्राहियों से राशि की मांग की जाती है, जो गंभीर अनियमितता की श्रेणी में आता है। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत आवास निर्माण के क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर आवास मित्रों को दायित्व सौंपा गया है। इस कार्य के लिए शासन की ओर से उन्हें मानदेय दिया जा रहा है, इसके बावजूद दिलेश्वरी चंद्रा द्वारा हितग्राहियों से अवैध वसूली की जा रही थी। जिला पंचायत सीईओ की इस कार्यवाही से क्षेत्र के अन्य आवास मित्रों में दहशत का आलम है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें