जांजगीर-चाम्पा. जिले के जैजैपुर विकासखंड अंतर्गत अंतिम छोर पर बसे आयुर्वेद ग्राम पंचायत किकिरदा के शासकीय प्राथमिक शाला राजीव ग्राम किकिरदा के प्रभारी प्रधानपाठक अगस्त आदित्य और उनकी पत्नी एवं शिक्षिका कुंतीबाई आदित्य के साथ पूरे स्कूल स्टाफ पर शिक्षा विभाग मेहरबान हैं। यहाँ पर ये कहावत ‘सैय्या भले कोतवाल तो डर काहे को होय’ चरितार्थ हो रही है।
शासकीय प्राथमिक शाला राजीव ग्राम किकिरदा के प्रधानपाठक सहित पूरा स्टाफ बीते 3 जुलाई को दोपहर एक बजे शाला बंद करके घर चला गया था। इस संबंध में 4 जुलाई को जिले के विभिन्न अखबारों में इस मामले को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था। इसके बाद आनन-फानन में जिला शिक्षाधिकारी सक्ती द्वारा सहायक विकासखंड शिक्षाधिकारी जैजैपुर आरके साहू एवं मिनाक्षी बेग आदि की टीम गठित कर उन्हें मामले की जांच के लिए निर्देशित किया गया था। जांच टीम के अलावा ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, पंच एवं ग्रामवासियों के समक्ष प्रभारी प्रधानपाठक ने अपनी गलती को स्वीकार की। वहीं जांच टीम के समक्ष प्रधानपाठक के साथ पूरे स्कूल स्टाफ ने क्षमा याचना करते हुए ऐसी गलती भविष्य में नहीं करने की मिन्नतें की। जांच टीम ने प्रधानपाठक के अलावा सभी का बयान लिखित में लिया। इसके साथ ही पंचनामा बनाकर वहां पर उपस्थित सभी लोगों का हस्ताक्षर लिया। इसके बाद जांच टीम ने जांच प्रतिवेदन को जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती के पास जमा करवा दिया। मामले में सक्ती के तत्कालीन जिला शिक्षाधिकारी आरपी आदित्य ने प्रधानपाठक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसके बाद डीईओ आदित्य का स्थानांतरण रायगढ़ हो गया। जब से शैक्षणिक जिला सक्ती में आरएन हीराधर डीईओ बनकर आए हैं, तब से यह मामला ठंडा बस्ते में चला गया है। इस घटना के बावजूद प्रधानपाठक अगस्त आदित्य अपना एकछत्र राज चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
जानकारी मिली है कि बीते 7 जुलाई को दोपहर में प्रधानपाठक के साथ पूरा स्कूल स्टाफ तीर्थ यात्रा करने के लिए बाबा बैजनाथ धाम उड़ीसा रवाना हो गया। माना कि 8 जुलाई का दिन वहां के बच्चों के लिए नया था, लेकिन दूसरे स्कूलों के शिक्षकों ने 8 जुलाई पढाई करवाई। इसके दो दिन बाद 10 जुलाई को प्रधानपाठक के साथ पूरा स्टाफ शाला पहुंचा। ग्रामीणों की मानें तो स्कूल में कार्यरत शिक्षिका कुंतीबाई आदित्य किसी को नहीं डरती हैं। यहाँ पर ये कहावत ‘सैय्या भले कोतवाल तो डर काहे को होय’ चरितार्थ हो रही है, क्योंकि उस स्कूल के प्रधानपाठक अगस्त आदित्य कोई और नहीं, बल्कि शिक्षिका कुंतीबाई आदित्य के पति हैं। ग्रामीणों की मानें तो प्रधानपाठक अगस्त आदित्य, शिक्षिका एवं उसकी पत्नी कुंतीबाई आदित्य को किसी भाजपा नेता का संरक्षण प्राप्त है। बहरहाल कारण चाहे जो भी हो, लेकिन ग्रामीणों ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अलावा कलेक्टर से इस पूरे मामले की शिकायत की है, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं। ग्रामीणों ने पूरे स्कूल स्टाफ को निलंबित करने की मांग की है।

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