गुरुवार, 7 सितंबर 2017

बैठक में अनुपस्थित रहने पर देवरघटा, सपोस एवं टुण्ड्री के प्रभारियों का कटेगा वेतन, लक्ष्य पूर्ण करने तक रूकेगा दारंग स्टॉफ नर्स का वेतन

जांजगीर-चांपा.  जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने गुरूवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। कलेक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव की गहन समीक्षा करते हुए प्रसव का लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि कम संख्या में प्रसव होने और रेफरल केस शून्य रहने पर संबंधित एएनएम की तन्ख्वाह रोकने की कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही जयप्रकाश, डीपीएम गिरीश कुर्रे, बीएमओ, बीपीएम और स्वास्थ्य अमले के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने कहा कि जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भवन नहीं है, वहां से प्रसव प्रकरणों को रेफर करने के लिए रेफरल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को चिन्हांकित करें। इन रेफरल सेंटरों की जानकारी आमजनता के साथ स्वास्थ्य अमले को प्रदान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन भवनविहीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एएनएम प्रतिमाह तीन से ज्यादा प्रसव करा रही हैं, उनकी जानकारी प्रस्तुत करें। ऐसे केन्द्रों के लिए भवन स्वीकृत कराया जाएगा। कलेक्टर ने सभी बीएमओ को शिशु मृत्यु के प्रत्येक प्रकरण के कारणों का ऑडिट रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिएं। कलेक्टर कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध फोटोथेरेपी सहित स्वास्थ्य संबंधी सभी उपकरणों का पूर्ण उपयोग करना चाहिए। इनके सही उपयोग से अधिक लोगों को स्वास्थ लाभ प्राप्त होगा। कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में स्मार्ट कार्ड के उपयोग के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि स्मार्ट कार्ड के उपयोग के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए। जिले के जिन ग्राम पंचायतों में लेप्रोसी की संख्या अधिक है, उन्हें चिन्हांकित कर उन क्षेत्रों में इस बीमारी के विस्तार के मूल कारणों की जांच की जानी चाहिए। इससे बीमारी को जड़ से समाप्त करने में मदद मिल सकती है। 

डॉ. भारतीदासन ने कहा कि यदि जिले के किसी भी गांव में स्वाईन फ्लू, डेंगू, डिप्थीरिया और मलेरिया का एक भी प्रकरण सामने आता है तो तत्काल उस गांव के आसपास के क्षेत्र में टीम भेजकर इन बीमारियों से बचाव के सभी उपाय किए जाएं। उन्होंने आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की हिदायत जिले के सभी बीएमओ को दी। उन्होंने कहा है कि शासकीय कार्यो में उदासीनता बरतने पर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसूताओं को प्रोत्साहन राशि जल्द से जल्द प्रदान करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रोत्साहन राशि के लिए प्रसूता को दोबारा अस्पताल न आना पड़े।  कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव का लक्ष्य पूर्ण नहीं करने पर विकासखण्ड बम्हनीडीह के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दारंग के स्टॉफ  नर्स का वेतन रोकने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिमाह 10 संस्थागत प्रसव का लक्ष्य पूर्ण करने पर दारंग स्टॉफ नर्स का वेतन बनाया जाएगा। उन्होंने बिना पूर्व सूचना बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देवरघटा, सपोस एवं टुण्ड्री के प्रभारियों के 7 सितंबर का वेतन कटौती करने के लिए निर्देशित किया। समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने तथा विकासखण्ड जैजैपुर एवं बम्हनीडीह में स्वास्थ्य कार्यक्रम में संतोषजनक प्रगति नहीं होने पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. बंजारे को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। 

डाहिरे दंपति के स्थानांतरण के लिए लिखेंगे पत्र

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पामगढ़ के चिकित्सक दंपत्ति डॉ. डाहिरे की लगातार शिकायत प्राप्त होने एवं मरीजों के इलाज में लापरवाही के कारण उन्हें जिले से बाहर स्थानांतरित करने के लिए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग को उनकी ओर से पत्र प्रेषित किया जाएगा। इसी प्रकार अपने अधीनस्थ स्टॉफ  पर नियंत्रण नहीं रखने एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रतिमाह 10 संस्थागत प्रसव से कम संख्या होने के कारण आगामी आदेश तक विकासखण्ड डभरा के विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक सुरेश जायसवाल को वेतन रोके जाने के निर्देश बैठक में दिए गए। बैठक में गर्भवती महिला पंजीयन, टीकाकरण, पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय कीटजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की समीक्षा की गई।

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