जांजगीर-चांपा. केन्द्रीय विद्यालय जांजगीर में 18 अक्टूबर बुधवार को पालक-शिक्षक संघ का गठन किया गया। लाटरी पद्धति से हुए चयन में पालक-शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष का दायित्व राजेन्द्र राठौर को मिला। वहीं सचिव पद की जिम्मेदारी प्रियवंदा गौरहा को मिली। केन्द्रीय विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम छात्रों द्वारा प्रार्थना सभा में विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके बाद छात्रा शाम्भवी प्रधान द्वारा एकल गीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय की प्राचार्य संगीता लूथर ने ध्वजारोहण किया। इसके बाद पालकों सहित विद्यालय के सदस्यों ने मिलकर राष्ट्रगान किया। इसी कड़ी में विद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं का परिणाम प्राचार्य लूथर द्वारा घोषित किया गया तथा सभी विद्यार्थियों को अंकसूची वितरण किया गया। परीक्षा प्रभारी एमके कौशिक द्वारा कक्षावार परीक्षा परिणाम की जानकारी अभिभावकों को प्रदान की गई। इसके बाद सभी कक्षा शिक्षकों ने कक्षाओं के परीक्षा परिणाम बताए तथा पालकों से छात्रों के विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की। कार्यक्रम के अगले चरण में पालक शिक्षक संघ के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। इस दौरान प्राचार्य लूथर ने बताया कि जिस प्रकार विद्यालय के सुचारु रुप से संचालन के लिए शिक्षक व छात्रों का योगदान आवश्यक है, ठीक उसी प्रकार विद्यालय की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए पालकों की भागीदारी आवश्यक है। इसी उद्देश्य को लेकर संगठन के नियमानुसार विद्यालय में शिक्षक-पालक संघ 2017-18 का गठन किया जा रहा है।
इसके बाद विद्यालय के शिक्षक टीआर चौहान द्वारा संघ के गठन एवं कार्य संबंधी नियमों की जानकारी पालकों को दी गई। इसी क्रम में विभिन्न पालकों द्वारा नामित पालकों के नामों की लॉटरी निकाली गई, जिसके तहत संघ का गठन हुआ। लाटरी पद्धति से हुए चुनाव में पालक-शिक्षक संघ का अध्यक्ष विद्यालय की प्राचार्य संगीता लूथर को चुना गया। इसी क्रम में उपाध्यक्ष पद का दायित्व राजेन्द्र राठौर, सचिव पद प्रियवंदा गौरहा, सहसचिव पद रामेश्वर पटेल तथा मिथिलेश कौशिक को मिला। वहीं संघ के दो सदस्य बद्रीनारायण गोपाल और पवन थवाईत का चयन भी लाटरी पद्धति से किया गया। संघ के गठन के बाद प्राचार्य लूथर द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने व पालकों के योगदान की अपेक्षा जताई गई। शिक्षक-पालक संघ के लाभ और सुविधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि पालक वो सशक्त शक्ति है, जो शिक्षा की गुणवत्ता के लिए चुनौतीपूर्ण है। अभिभावक एक समर्पित और मूल्यवान संसाधन है, उत्तम संचार के साधक है, बूस्ट चिल्ड्रन प्रोडयूसर है। साथ ही विद्यार्थी एवं शिक्षक के संबंधों को मजबूत बनाने वाला है।
उन्होंने कहा कि पालक एवं शिक्षकों की संस्कृतियों का आदान-प्रदान होना भी आवश्यक है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पालकों की भूमिका को उन्होंने अहम बताया। भाजपा नेता अमर सुल्तानिया ने भी शिक्षक-अभिभावक संघ के गठन को विद्यालय के विकास के लिए बेहतर बताते हुए चयनित सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। इसके बाद कार्यक्रम की अतिथि मीनाक्षी शर्मा द्वारा शाला के विकास के लिए आवश्यक सुझाव दिया गया। उन्होंने कहा कि विद्यालय विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने विद्यालय की गतिविधियों तथा स्कूल प्रशासन के कार्यों की प्रशंसा की। इसके बाद डिप्टी कलेक्टर अनुपम तिवारी ने बच्चों के सर्वागिण विकास की बात कही व पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी आगे बढऩेे के लिए प्रेरित किया तथा स्कूल प्रशासन के कार्यों की भरपूर प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में शिक्षक एमके कौषिक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।

सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं
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