राजेन्द्र राठौड़ @ जांजगीर-चांपा. कुछ वर्ष पहले व्यवसाय छोडक़र राजनीति में आए कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष नंदकिशोर हरवंश द्वारा दुनिया के सबसे बड़े सोशल नेटवर्क फेसबुक पर की गई एक टिप्पणी ने कांग्रेस पार्टी में बवाल मचा दिया है। जिपं अध्यक्ष ने कांग्रेस समर्थित तीन विधायकों की फेसबुक पर पोस्ट हुई एक तस्वीर पर तंज कसते हुए उन्हें संदिग्ध भगवान कहा है, जिसे लेकर विधायक के समर्थकों ने जिपं अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समर्थकों ने जिपं अध्यक्ष द्वारा की गई टिप्पणी के नीचे ही अनाप-शनाप टिप्पणी लिखकर उनकी किरकिरी की है। इसके अलावा इस मामले की शिकायत संबंधित विधायकों द्वारा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों तक रखने की चर्चा है।
दरअसल, रविवार को कोरबा में कांग्रेस का सम्मेलन आयोजित था, जिसमें शामिल होने अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू, मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया तथा तानाखार विधायक रामदयाल उईके कोरबा पहुंचे थे। इस दौरान तीनों विधायकों ने समूह में फोटोग्राफी करवाई थी, जिसमें से दो फोटोग्राफ्स उसी शाम 5 बजकर 57 मिनट पर विधायक चुन्नीलाल साहू के करीबी गोविंद साहू ने दुनिया के सबसे बड़े सोशल नेटवर्क फेसबुक पर पोस्ट किए। एक साथ ली गई तीनों विधायकों की तस्वीर पर उनके समर्थकों ने तरह-तरह की टिप्पणी की। किसी ने तीनों की एकता को कांग्रेस की मजबूती बताया तो किसी ने तस्वीर के नीचे कांग्रेस की जय-जयकार की। इसी शाम 7 बजकर 7 मिनट पर कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष नंदकिशोर हरवंश ने भी विधायकों की सामूहिक तस्वीर पर टिप्पणी की, जिसे लेकर बवाल मच गया। जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंश ने टिप्पणी के रूप में ‘जय हो संदिग्ध भगवानों की’ लिखा था। बस फिर इसके बाद क्या था, अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू के कार्यकर्ता एकसाथ सक्रिय हो गए और जिपं अध्यक्ष हरवंश के खिलाफ तरह-तरह की टिप्पणी कर उनकी किरकिरी की।
बताया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं के माध्यम से अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू को इस बात की जानकारी जब हुई तो उन्होंने भी गहरी नाराजगी जताई। विधायक साहू ने इस संबंध में मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया तथा तानाखार विधायक रामदयाल उईके से भी चर्चा की है। इस मसले को लेकर अब तक की जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक, अकलतरा विधायक साहू और अन्य दोनों विधायक इस मामले की शिकायत पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से करने की तैयारी कर रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि इस घटनाक्रम की मौखिक जानकारी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष बघेल को दी जा चुकी है। अब देखना यह होगा कि पार्टी के भीतर ही शुरू हुई यह लड़ाई का पटाक्षेप आखिर किस रूप में होता है, लेकिन वर्तमान में जो स्थिति बन रही है, उससे यह तो तय है कि पार्टी इस मामले में जल्द सख्त कदम उठाएगी।
समर्थकों ने अध्यक्ष को बताया गंजेड़ी
जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंश द्वारा कांग्रेस के तीनों विधायकों की सामूहिक तस्वीर पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर अकलतरा विधायक के समर्थकों ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। कुछ समर्थकों ने पोस्ट हुई उस तस्वीर के नीचे टिप्पणी के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष को गंजेड़ी तो कुछ ने भोकवा कहा है। एक कार्यकर्ता ने तो अध्यक्ष हरवंश को नाबालिग तक कहा है। कुल मिलाकर, विधायकों की तस्वीर पर अभद्र टिप्पणी करना जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंश को महंगा पड़ता दिखाई दे रहा है।
टिप्पणी को लेकर कई तरह के कयास
जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंश ने तीनों विधायकों की तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए एक तीर से कई निशाना साधा था, लेकिन अध्यक्ष का निशाना चूक गया। आपकों बता दें कि ये तीनों विधायक वही हैं, जो कभी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो तथा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खासमखास हुआ करते थे। तानाखार विधायक रामदयाल उईके ने तो जोगी के लिए अपनी सीट तक छोड़ दी थी। वहीं अकलतरा विधायक साहू और मस्तुरी विधायक लहरिया को जोगी ने हाथ पकडक़र राजनीति सिखाई है। पिछले विधानसभा चुनाव में इन तीनों की टिकट को लेकर जोगी अड़ गए थे। ऐसे में कांग्रेस से अलग होने के बाद जोगी ने जब जकांछ का गठन किया, तब इन तीनों विधायकों के उनके साथ चलने की चर्चा थी, लेकिन इन विधायकों ने जोगी का दामन थामकर चलने के बजाय कांग्रेस में ही रहकर अपनी राजनीति चमकाने का फैसला लिया। राजनीति के जानकारों की मानें तो संभवत: इन्हीं कारणों को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष हरवंश ने इन विधायकों पर तंज कसा होगा।

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