जांजगीर-चांपा. कोसा, कांसा और कंचन की नगरी चांपा में आयोजित तीन दिवसीय हसदेव लोक महोत्सव में भाजपाईयों की जमकर उपेक्षा हुई है। इसके बावजूद शहर के कुछ भाजपाई महोत्सव के बहाने कांग्रेसियों के साथ-साथ दिखे। इस मामले ने शहर की राजनीति को गरमा दिया है। वहीं आमंत्रण कार्ड में प्रोटोकाल का जमकर उल्लंघन कर भाजपाईयों का अपमान किया गया है। इससे शहर में भाजपा कई गुट में बंट गई है।
हसदेव लोक महोत्सव के आमंत्रण पत्र में संसदीय सचिव सहित भाजपा विधायकों को विशिष्ट अतिथि बनाकर प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई गई है। महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत को अतिथि बनाया गया था, जबकि डॉ. महंत अभी शासन के किसी पद पर नहीं हैं। कायदे से संसदीय सचिव को मुख्य अतिथि बनाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके अलावा आमंत्रण पत्र में विभिन्न आयोग के पूर्व अध्यक्ष व उपाध्यक्षों की भी अनदेखी की गई। इससे ज्यादातर नाराज और समझदार भाजपाईयों ने इस कार्यक्रम से ही दूरी बना ली, जबकि कुछ भाजपाई कार्यक्रम को निपटाने शुरू से आखिरी तक लगे रहे। इस बीच विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल का महोत्सव में शामिल होना कुछ भाजपाईयों को नागवार गुजरा। नतीजतन, इस पूरे मामले की कुछ भाजपाईयों ने संगठन के बड़े नेताओं से शिकायत की है। इधर, इस पूरे घटनाक्रम से शहर की राजनीति एकबार फिर गरमा गई है। प्रोटोकाल उल्लंघन के बहाने जिस तरह कई भाजपा नेताओं की उपेक्षा की गई, उससे भाजपा यहां कई गुटों में बंट गई है। इसका खामियाजा चुनाव में भी भुगतना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि प्रभारी मंत्री के निर्देश पर चांपा के भाजपाईयों ने पिछले दिनों धरना देकर नगरपालिका परिषद के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था। उस समय सभी भाजपाई नगरपालिका व नपाध्यक्ष के जानी दुश्मन नजर आ रहे थे। हालांकि शहर में आयोजित हसदेव महोत्सव गैरराजनीतिक कार्यक्रम है। इसमें सभी की उपस्थिति अनिवार्य है, लेकिन कार्यक्रम के बहाने जिस तरह की राजनीति हुई, उसकी चर्चा जोरों पर है।
कलेक्टर की अनुपस्थिति ने पैदा किए सवाल
हसदेव महोत्सव के आमंत्रण पत्र में प्रेषक जिला प्रशासन अंकित है। इसके बावजूद कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन का इस कार्यक्रम में एक भी दिन शामिल नहीं होना कई सवाल पैदा कर रहा है। लोगों का यहां तक कहना है कि स्वीकृत बजट को समय पर रिलीज नहीं करने के चलते ही कलेक्टर डॉ. भारतीदासन यहां आना मुनासिब नहीं समझे हैं।
सार्वजनिक हो चंदे का हिसाब-किताब
आमंत्रण कार्ड के मुताबिक हसदेव लोक महोत्सव का आयोजन जिला प्रशासन के जरिए हुआ है। कलेक्टर की अनुपस्थिति में चांपा एसडीएम सफल आयोजन के लिए जुटे रहे। ऐसी स्थिति में जब कार्यक्रम का समापन हुआ तो कायदे से चांपा एसडीएम को ही आभार प्रकट करना चाहिए था, लेकिन नपा सीएमओज्योत्सना टोप्पो ने आभार जताया। यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में लोगों का कहना है कि हसदेव महोत्सव के लिए प्रशासकीय स्वीकृृति मिलनी चाहिए। जब ऐसा होगा तो चंदा लेकर आयोजन कराने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, क्योंकि चंदा से आयोजन कराने के कारण लोग कई तरह का आरोप लगा रहे हैं। लोग यहां तक कह रहे हैं कि चंदे की राशि का हिसाब-किताब सार्वजनिक किया जाए।

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