बुधवार, 7 मार्च 2018

लेडी सिंघम ‘नीथू कमल’ के खौफ से थर्राए अपराधी, नवपदस्थ एसपी ने चंद दिनों के भीतर नियंत्रित किया अपराध

राजेंद्र राठौड़@जांजगीर-चांपा. कभी कृषि प्रधान जिले के रूप में शुमार रहे जांजगीर-चांपा की पहचान अब औद्योगिक जिले के साथ-साथ अपराधिक जिले के रूप में बन चुकी है। पिछले कुछ वर्षों से यहां संगीन किस्म के वारदात हो रहे हैं, जिन्हें नियंत्रित करना हर पुलिस अधिकारी के बस की बात नहीं है, लेकिन जिले में नवपदस्थ महिला पुलिस अधीक्षक नीथू कमल ने चंद दिनों के भीतर न केवल अपराधों को नियंत्रित किया है, बल्कि उनके खौफ से अब अपराधी भी थर्राए हुए हैं। 

आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक अजय यादव के तबादले के बाद जिले की कमान जब महिला आईपीएस नीथू कमल को सौंपी गई, तब लोगों के दिलों-दिमाग में कई तरह की बातें चल रही थी। लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे थे। कोई कह रहा था कि जिले की कमान महिला पुलिस अधिकारी ज्यादा समय तक संभाल ही नहीं पाएगी तो कोई कह रहा था कि यहां किसी तेज-तर्रार युवा पुलिस अधिकारी की पदस्थापना होनी थी। लोगों के मन में तमाम तरह की बातें थी। साथ ही नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक नीथू कमल के सामने ढेरों चुनौतियां भी, जिन्हें स्वीकार करते हुए उन्होंने पुलिस अधीक्षक की कुर्सी संभाली। जिले की आबो-हवा समझने के बाद एसपी नीथू कमल ने सबसे पहले अपराधियों पर लगाम लगाने की ठानी। फिर क्या था, एक-एक अपराधियों की जब धर-पकड़ शुरू हुई तो लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई। वर्तमान में एसपी नीथू कमल का नाम सुनकर ही अपराधी थर्राए हुए हैं। ऐसे में एसपी नीथू कमल को लेडी सिंघम कहना शायद अनुचित नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि एसपी नीथू कमल की पोस्टिंग के बाद से जांजगीर-चांपा जिला लगातार सोशल पुलिसिंग की ओर आगे बढ़ रहा है। महिलाओं को जागरूक करने की दिशा में भी एसपी नीथू कमल ने विशेष पहल की है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने महिला रक्षा दल एवं कमाण्डो टीमें गठित कर जिले के विकास में एक और कड़ी जोड़ दी है। चर्चा के दौरान एसपी नीथू कमल ने बताया कि महिला दिवस मनाने मात्र से महिलाओं का उत्थान संभव नहीं है। उनका मानना है कि जब तक महिलाएं साक्षर होकर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं होंगी, तब तक देश की तरक्की संभव नहीं है।

एसपी नीथू कमल का यह भी कहना है कि अपने अधिकारों के प्रति महिलाओं को हर हाल में जागरूक होना होगा। महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से पुलिस विभाग द्वारा समय-समय पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आगामी दिनों में और भी कार्यक्रम होंगे। हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्र की जागरूक महिलाओं को पुलिस विभाग से जोडक़र अपराधों को नियंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि एक स्वच्छ और सभ्य समाज की स्थापना हो सके। एसपी नीथू कमल का यह भी कहना है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सोंचा था कि प्रशासनिक अधिकारी बनाना बेहतर होगा, लेकिन पुलिस अधिकारी बनकर उन्हें आज अपने आप एवं नारी जाति पर गर्व महसूस हो रहा है।

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