शनिवार, 10 मार्च 2018

जोगी कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के नाम पर उगाही, कथित नेत्री पर धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज, नवागढ़ ब्लॉक की पूर्व अध्यक्ष एवं गौसेवा विभाग की पूर्व प्रदेश सचिव है आरोपी

जांजगीर-चांपा. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पांव अभी जमीन पर ठीक से पड़े भी नहीं हैं, लेकिन इस पार्टी के कथित पदाधिकारी उल्टे-सीधे काम कर पार्टी की छवि धूमिल करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला पार्टी की सदस्यता दिलाने के नाम पर अवैध उगाही से संबंधित है। कोतवाली पुलिस ने मामले की शिकायत पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नवागढ़ ब्लॉक की पूर्व अध्यक्ष एवं गौसेवा विभाग की पूर्व प्रदेश सचिव जानकी यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया है।

जांजगीर एसडीओपी जितेन्द्र चंद्राकर ने बताया कि शुक्रवार को तेरसबाई नामक एक महिला ने कुछ लोगों के साथ कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की सदस्यता दिलाने के नाम पर जानकी यादव नाम की एक महिला जिले के नवागढ़ सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली कर रही है। वह स्वयं को नवागढ़ ब्लॉक अध्यक्ष तथा गौसेवा विभाग की सचिव बता रही है। तेरस बाई एवं उसके साथ कोतवाली पहुंचे अन्य लोगों ने बताया कि कर्ज माफ करने के नाम पर तथा डेयरी खोलने के लिए लोन दिलाने के नाम पर जानकी यादव ने उनसे पैसे लिए हैं, लेकिन न तो उसने कर्ज माफ करवाया और न ही डेयरी खोलने के लिए लोन दिलाई। तेरसबाई सहित अन्य लोगों की शिकायत की कोतवाली पुलिस ने जांच की, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इस आधार पर कोतवाली पुलिस ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की कथित नेत्री जानकी यादव के खिलाफ भादवि की धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज किया है। एसडीओपी चंद्राकर ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है।
 

तीन माह पहले हुई थी जकांछ से बाहर

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पदाधिकारियों ने बताया कि जानकी यादव के खिलाफ कई तरह की शिकायतें मिल रही थी, जिसके कारण तीन माह पहले ही उसे नवागढ़ ब्लॉक अध्यक्ष समेत अन्य पदों से हटाया गया था। पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है कि शिकायतों के मद्देनजर उसकी सदस्यता भी समाप्त कर दी गई है। वर्तमान में जानकी यादव का जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से कोई लेना-देना नहीं है। खैर, पार्टी पदाधिकारियों के तर्क अपने स्तर पर सही हो सकते हैं, लेकिन पार्टी के नाम पर अवैध उगाही का मामला सामने आना कोई साधारण बात नहीं है। इस मसले पर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी थाने में शिकायत दर्ज करानी चाहिए।

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