नवीन क़दम न्यूज@सक्ती. रायपुर के पूर्व कलेक्टर ओमप्रकाश चौधरी द्वारा पद से इस्तीफा देकर भाजपा में प्रवेश करने के बाद जहां जिले सहित पडोसी जिले रायगढ़ की राजनीतिक सियासत में हलचल तेज हो गई है। वहीं कलेक्टर के पद से इस्तीफे के बाद एक सितम्बर को साऊथ बिहार एक्सप्रेस से पहली बार उनके सक्ती पहुंचने पर भाजपा संगठन सहित क्षेत्रीय विधायक के साथ ही रायगढ़ जिले के गांवों के नागरिकों द्वारा आतिशबाजी एवं फूलमालाओं के साथ उनका स्वागत किया गया। सक्ती स्टेशन परिसर से बाहर आने के बाद खुली जीप में सवार होकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते भाजयुमो कार्यकर्ताओं की मोटरसाइकिल रैली एवं डीजे संगीत के साथ नगर भ्रमण के लिए निकले चौधरी का वाहन मध्य मार्ग में ही खराब हो गया, जिसके कारण उन्हें कुछ दूर तक पैदल चलना पड़ा। सक्ती में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ गया।
बीच रास्ते वाहन खराब होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता के निजी वाहन में बैठकर चौधरी नगर के अग्रसेन चौक से होते हुए महामाया मंदिर, हरिगुजर मठ के रास्ते से सीधा रगजा व मसनिया को पारकर श्री सिद्धेश्वरनाथ मंदिर बड़गढ़ पहुंचे। वहां खरसिया विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर भगवान भोलेनाथ के मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना करने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राजनीति अगर स्वस्थ हो तो प्रशासनिक कार्य स्वस्थ रहते हैं, लेकिन राजनीति अगर अच्छी न हो तो प्रशासनिक कार्य भी अच्छे नहीं रहते। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे के बाद लोगों द्वारा तरह-तरह की बाते फैलाई जा रही है कि मैंने किसी के दबाव में आकर इस्तीफा दिया है, जबकि सच्चाई यह है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अपने बचे हुए 23 वर्षो की नौकरी को छोड़कर प्रदेश में स्वच्छ राजनीति करने के लिए मैं राजनीति में आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि जिस अभाव के बीच रहकर मैंने अपनी योग्यता के बल पर प्रशासनिक पद हासिल की। ऐसी योग्यता क्षेत्र के सभी बच्चों को प्राप्त हो, जिसके लिए शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव करने हैं और इन्ही बातों को लेकर अपने क्षेत्र के लोगों के हितों की रक्षा एवं उनके अधिकारों की प्राप्ति के लिए मैं राजनीति में आया हूं। मैने अपने 13 साल के कार्यकाल में राजनीति को बहुत करीब से देखा और जाना है। इसी कारण अपने प्रशासनिक पद से इस्तीफा देकर मैं राजनीति में आया हूं, जिसमें मेरे कार्यो की पूर्ति के लिए आप सभी क्षेत्रवासी का सहयोग आवश्यक है।
नए जुगाड़ बैठाने में लगे हुए हैं धुरंधर
आपको बता दें कि आईएएस ओमप्रकाश चौधरी के इस्तीफे से राज्य की सियासत जहां गरमाई हुई है। वहीं जिले के सक्ती, चन्द्रपुर सहित रायगढ़ जिले के खरसिया विधानसभा क्षेत्र से उनके चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच जिले सहित पडोसी जिले में राजनीति के धुरंधर नए जुगाड़ बैठाने में लगे हुए हैं। यही वजह है कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर प्रथम बार नगर पहुंचे ओमप्रकाश चौधरी को स्थानीय भाजपा संगठन की उदासीनता के कारण जहां जगह-जगह तकलीफों का सामना करना पड़ा।
कार्यकर्ताओं ने धक्के मारकर बढ़ाया आगे
स्थानीय संगठन द्वारा वाहन व्यवस्था भी दुरूस्त न रखे जाने के कारण उन्हें बंद वाहन में कार्यकर्ताओं द्वारा धक्के मारकर आगे बढ़ाया गया, जिससे रूष्ट होकर वे स्वयं वाहन से उतरकर पैदल चलने लगे, जिसे देखकर कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी सेल्फी के साथ ही स्वयं को उनके साथ मोबाइल में कैद करने का दौर चलता रहा। इससे वे रूष्ट होकर महिला नगर मंडल के वाहन में बैठकर सीधे बड़गढ की ओर रवाना हो गए, जबकि भाजपा द्वारा बनाए गए रूटचार्ट के अनुसार उन्हें अग्रसेन चौक से हटरी चौक, राम मंदिर होते हुए बाजार के रास्ते बड़गढ़ की ओर जाना था, लेकिन स्थानीय भाजपा संगठन की लचर व्यवस्था के कारण समय-समय में काफी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें मजबूर किया जा रहा था कि रूटिंग चार्ट के आधार पर चले, लेकिन महामाया मंदिर से हरिगुजर रास्ते से काफिला छोड़कर स्वयं अकेले वाहन से खरसिया की ओर रवाना हो गए।
इंतजार करते रहे समर्थक, निकल गए चौधरी
भाजपा के युवा कार्यकर्ता हटरी चौक में उनके स्वागत के लिए आतिशबाजी तथा उन्हें श्रीफल व साल से सम्मानित करने के लिए राह देखते रहे, लेकिन चौधरी वहां नही पहुंचे। इन्ही सब बातों को देखकर नगर में चर्चा का विषय बना है कि भाजपा संगठन में गुटबाजी हावी है, तभी तो संगठन के लोग अपनी मनमानी करते नजर आए। बताया जा रहा है कि ओमप्रकाश चौधरी विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के साढू भाई मांगेराम अग्रवाल के घर तक सम्मानपूर्वक गए और वहां से अपनी अलग राह बना ली। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा में कितनी अंर्तकलह चल रही है।
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