मीटर में छेड़छाड़ व बिजली चोरी की तत्काल मिल जाएगी जानकारी
जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई है, जिसे मोबाइल से
संचालित किया जाएगा। मीटर में लगी चिप की मदद से किसी भी तरह के छेड़छाड़ व
बिजली चोरी की जानकारी तत्काल मिल जाएगी। इसके अलावा बिल भुगतान नहीं होने
की स्थिति में मोबाइल से ही कनेक्शन भी कट कर दिया जाएगा।
बिजली की चोरी व बकाया राशि की वसूली बिजली कंपनी के लिए बड़ी चुनौती
बनी हुई है। लाख प्रयास के बाद भी बिजली की चोरी रोकने में कंपनी नाकाम हो
रही है। इसे ही ध्यान में रखते हुए स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी की गई है।
जानकारी मुताबिक, अप्रेल माह से स्मार्ट मीटर लगाने की प्राथमिक प्रक्रिया
भी शुरू कर दी जाएगी। इस स्मार्ट मीटर में माइक्रो चिप लगा होगा, जो मीटर
के बंद होने, इसमें छेड़छाड़ व बिजली की चोरी जैसी स्थिति में सीधे कंपनी के
अफसरों के मोबाइल पर मैसेज भेज देगा। पूरे मीटर की मॉनिटरिंग मोबाइल फोन से
ही की जा सकेगी। इसके अलावा अगर कोई उपभोक्ता समय पर बिल का भुगतान नहीं
करता है, तो बगैर तार काटे मोबाइल से ही कनेक्शन बंद किया जा सकेगा। कंपनी
के अफसरों के मुताबिक स्मार्ट मीटर की टेस्टिंग की जा चुकी
है।
कंट्रोल यूनिट से होगी मॉनिटरिंग
सभी स्मार्ट मीटर के लिए क्षेत्रवार कंट्रोल यूनिट भी लगाई
जाएगी। इससे इसकी मॉनिटरिंग होगी। मीटर के चिप में आने वाले दिक्कत को भी
यही से सुलझा लिया जाएगा। मीटर का पूरा वर्क कम्प्यूटराईज प्रोग्रामिंग व
साफ्टवेयर से होगा। ऐसे में अगर मीटर किन्ही कारणों से बंद भी होता है, तो
इसके सुधार के लिए 15 से 20 मिनट का ही समय लगेगा।
पहले चरण में इन्हें प्राथमिकता
बिजली कंपनी प्राथमिक चरण में स्मार्ट मीटर शहर व
जिलेभर के कुटीर, लघु व अन्य उद्योगों में लगाएगी। इसके साथ ही बोर पंप
चालने वालों को भी अब स्मार्ट मीटर लगाना अनिवार्य किया जाएगा। इन सब के
अलावा बिजली चोरी की शिकायत को लेकर कंपनी अपनी अलग ही सूची तैयार कर रखी
है। इसी सूची के संवेदनशील हिस्सों से स्मार्ट मीटर की शुरुआत की जाएगी।
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